जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में आतंकवाद के खिलाफ देश की एकजुटता को दोहराया। उन्होंने इस हमले के पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का विश्वास जताया और आतंकवादियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का संकल्प लिया।
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकी और उनके सरगना चाहते हैं कि कश्मीर फिर से तबाह हो जाए, इसी उद्देश्य से उन्होंने इतनी बड़ी साजिश को अंजाम दिया। उन्होंने आगे कहा, "आतंकवाद के खिलाफ इस युद्ध में देश की एकता और 140 करोड़ भारतीयों की एकजुटता हमारी सबसे बड़ी ताकत है।" पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कश्मीर में पर्यटन बढ़ रहा था, लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही थी, और युवाओं के लिए नए अवसर खुल रहे थे, लेकिन दुश्मन इसे बर्दाश्त नहीं कर पाए।
प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, "यह घटना न केवल कश्मीर, बल्कि पूरे देश के लिए दुखद है। 22 अप्रैल 2025 को हुए इस आतंकी हमले ने हर भारतीय को दुखी किया है।" उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के कायरतापूर्ण हमले ने देश को दुखी किया और हर नागरिक में गुस्से की भावना उत्पन्न की।
पीएम मोदी ने कहा, "पहलगाम में हुआ हमला आतंकवाद को संरक्षण देने वालों की हताशा और कायरता को दर्शाता है। जब कश्मीर में शांति आ रही थी, स्कूलों और कॉलेजों में रौनक थी, और लोकतंत्र मजबूत हो रहा था, तो आतंकवादियों को यह सब पसंद नहीं आया। वे एक बार फिर कश्मीर को तबाह करना चाहते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस हमले की पूरी दुनिया में निंदा की गई है और वैश्विक नेताओं ने उन्हें फोन करके इस घटना की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा और हमले के साजिशकर्ताओं को कड़ी सजा दी जाएगी।
पीएम मोदी ने कहा, "कुछ समय पहले तक दंतेवाड़ा का नाम केवल हिंसा और अशांति के लिए जाना जाता था, लेकिन अब वहां एक Science Centre है, जो बच्चों और उनके माता-पिता के लिए उम्मीद की नई किरण बन गया है। यह बदलाव दिखाता है कि किस तरह से शांति और विकास आतंकवाद पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई को पूरी दुनिया का समर्थन मिल रहा है और इस हमले की निंदा की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा और आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।