मध्य प्रदेश में स्कूल के प्रिंसिपल, शिक्षक और पादरी तथा नन पर छात्राओं ने बेहद ही गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में थाने में केस दर्ज करवाई गई है और पुलिस इसकी तफ्तीश में जुटी हुई है। मामला डिंडोरी जिले का है। यहां एक स्कूल के प्राचार्य, एक अतिथि शिक्षक, एक नन और एक पादरी के खिलाफ कुछ छात्राओं की शिकायत पर मारपीट और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने कही यह बात...
कुछ मीडिया रिपोर्ट में डिंडोरी के पुलिस अधीक्षक संजय सिंह के हवाले से बताया जा रहा है कि 40 वर्षीय प्रधानाध्यापक, 35 वर्षीय अतिथि शिक्षक के खिलाफ शनिवार रात को भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग) यौन अपराध (पॉक्सो) अधिनियम और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पादरी पर यह है आरोप...
उन्होंने कहा, '' स्कूल की रखवाली करने वाले 40 वर्षीय पादरी पर लड़कियों की शिकायतों को नजरअंदाज करने का मामला दर्ज किया गया है जबकि नन (55) के खिलाफ लड़कियों की पिटाई का आरोप लगाया गया है। अभी केवल प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार किया जा सका है।''
उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय से लगभघ 60 किलोमीटर दूर जुनवानी में स्थित यह स्कूल रोमन कैथोलिक समुदाय की जबलपुर डायोकेसन एजुकेशन सोसाइटी द्वारा चलाया जाता है। बहरहाल अब इस मामले में केस दर्ज होने के बाद पुलिस आगे की तफ्तीश में जुट गई है।
यह स्कूल रोम कैथोलिक समुदाय के Jabalpur Diocesan Education Society (JDES) द्वारा संचालित किया जाता है। मध्य प्रदेश बाल संरक्षण विभाग के सदस्यों और अधिकारियों ने जब स्कूल का दौरा किया तब उसके बाद इस मामले ऐक्शन लिया गया है।
इस घटना को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि स्कूल की करीब 8 छात्राओं ने बाल आयोग के निरीक्षण के दौरान यौन शोषण की शिकायत की है। बच्यियों की शिकायत मिलने के बाद राज्य बाल आयोग ने इसकी शिकायत पुलिस से की है।