आर्मी पब्लिक स्कूल डामना ने 24 जनवरी को सरकारी मध्य विद्यालय परवाह के छात्रों के लिए "रैबीज: इसके कारण और प्रबंधन" पर एक प्रभावी और शिक्षाप्रद सत्र आयोजित किया। यह सत्र विद्यानजली - एक स्कूल वॉलंटियर प्रोग्राम और विज्ञान सेतु फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य समुदाय को रैबीज नामक संक्रामक रोग के प्रसार, कारण और बचाव के बारे में जागरूक करना था।
रैबीज के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई
सत्र का संचालन आर्मी पब्लिक स्कूल डामना की प्रधानाचार्य पुष्पिंदर कौर ने किया। उन्होंने छात्रों को रैबीज के कारण, इसके प्रसार के तरीके, प्रारंभिक पहचान, टीकाकरण और जिम्मेदार पालतू देखभाल के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि रैबीज एक वायरल बीमारी है, जो स्तनधारी जीवों के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है, जिसमें इंसान भी शामिल हैं। यह मुख्य रूप से संक्रमित पशु के लार से फैलता है, विशेष रूप से कुत्तों के काटने या खरोंचने से।
रैबीज के लक्षण और रोकथाम पर विशेष ध्यान
सत्र में रैबीज के लक्षणों, जैसे जलन, घबराहट और तंत्रिका संबंधी उत्तेजना, पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा, रैबीज से बचाव के उपायों को लेकर छात्रों को जागरूक किया गया। रैबीज से प्रभावित जानवरों में देखे जाने वाले व्यवहारिक बदलावों और इंसानों में होने वाले लक्षणों को समझने पर भी जोर दिया गया।
स्वास्थ्य जागरूकता में छात्रों की सक्रिय भागीदारी
पुष्पिंदर कौर ने इस सत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इस तरह के सत्र समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने परिवारों और समुदायों में स्वास्थ्य जागरूकता के दूत बनें। इस सत्र में आर्मी पब्लिक स्कूल डामना और सरकारी मध्य विद्यालय परवाह के कक्षा 5 के छात्रों ने उत्साह से भाग लिया और रैबीज के प्रसार पर अपने सवालों के जवाब पूछे।
शालेय प्रबंधन की सराहना
इस सत्र में अनुरिता कौल, प्रधानाचार्य, आर्मी पब्लिक स्कूल डामना, प्रीति सम्ब्याल, सीनियर सीसीए प्रभारी और नितीश कुमार, कंप्यूटर लैब तकनीशियन भी उपस्थित थे। सत्र के अंत में प्रश्न-उत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें रैबीज के बारे में फैल रही भ्रांतियों को स्पष्ट किया गया।
शानदार प्रतिक्रिया और दी गई सराहना
कार्यक्रम को बहुत ही सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और इसने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी। सरकारी मध्य विद्यालय परवाह की मास्टर कीर्ति गुप्ता ने इस महत्वपूर्ण विषय पर जागरूकता सत्र आयोजित करने के लिए स्कूल प्रबंधन की सराहना की। यह पहल स्कूल की स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने और अपने समुदाय को सार्वजनिक स्वास्थ्य के बारे में आवश्यक ज्ञान प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।