अररिया में संदिग्ध परिस्थिति में ASI की हुई मौत मामले में बिहार डीजीपी विनय कुमार ने बड़ी जानकारी दी. डीजीपी विनय कुमार ने एक निजी मीडिया संस्थान से खास बातचीत में कहा कि, पोस्टमार्टम के दौरान प्रथम दृष्ट्या दिख रहा है कि हार्ट अटैक से मौत हुई है. राजीव कुमार की पीट-पीट कर हत्या नहीं की गई है. यह पूरी तरह से गलत है. इसमें कोई सत्यता नहीं है. राजीव कुमार के शरीर पर कोई जख्म भी नहीं है.
डीजीपी विनय कुमार ने जानकारी दी कि, वांछित अभियुक्त अनमोल यादव को पुलिस की टीम पकड़ने गई थी. गिरफ्तारी हो गई थी, लेकिन गिरफ्तारी के बाद उसके परिजन उसको छुड़ाने का प्रयास कर रहे थे. वहां पर जगह कम थी, पुलिस टीम वाहन को बैक नहीं कर पा रही थी. उसी दौरान धक्का मुक्की में ASI राजीव कुमार अचेत होकर गिर गए. इसके बाद उनको अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
डीजीपी ने बताया कि राजीव पहले से बीमार चल रहे थे. पूर्व में CID स्पेशल ब्रांच में काफी दिन तक पोस्टेड थे. इस घटना में FIR दर्ज की गई है. अपराधी अनमोल यादव को छुड़ाने आए परिवार वालों और साथ के लोगों को गिरफ्तार किया गया है. तीन लोगों की गिरफ्तारी अभी हुई है. संख्या बढ़ेगी. अपराधी अनमोल यादव अभी गिरफ्तार नहीं हुआ है. गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.
बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने को लेकर उन्होंने कहा कि, एनकाउंटर की कोई नीति नहीं होती है. हमारे कानून में प्रावधान है कि अगर अपराधी पुलिस पर हमला करते हैं तो पुलिस भी सेल्फ डिफेंस में फायर करती है. कभी कभी तो ऐसा होता है कि पुलिस फायर नहीं करती है, लेकिन अपराधी फायर करके निकलने लगता है या पुलिस पकड़ने गई तो भागने लगता है, तो न्यूनतम बल का प्रयोग कर उसको हम अपने वश में कर सकते हैं. एनकाउंटर की कोई पॉलिसी नहीं है, लेकिन नियम संगत कार्रवाई होगी. सिचुएशन पर निर्भर करता है कि किस तरह की सिचुएशन वहां पर उत्पन्न हुई.