झारखंड के बोकारो में अभी भी लव जिहाद के मामले धमने का नाम नहीं ले रहे है. दरअसल, 50 वर्षीय असलम खान पहचान बदलकर एक नाबालिग हिंदू लड़की के साथ जबरन विवाह कर रहा था. वहीं वरमाला के बाद जिहादी की पोल खुल गई और आरोपी मौके से फरार हो गया.
वहीं पीड़िता के परिवार वालों का कहना है कि असलम खान ने खुद को संजय कसेरा बताया था. उसने सबको झांसे में लेकर सभी परिवार वालों को बंधक बना रखा था.
जानकारी के अनुसार असलम उर्फ फिरोज धनबाद के भूली का निवासी है. वह पीड़ित हिन्दू परिवार से संजय बनकर मिला था. लड़की के घरवाले कुछ महीने पहले बैंक में असलम से मिले थे. वहीं आरोपी ने खुद को बैंक अधिकारी बताते हुए लोन दिलाने का भरोसा दिलाया.
वहीं इस सब के बाद वह लोन के बहाने पीड़ित परिवार के घर आने जाने लगा. वहीं कुछ दिनों बाद आरोपी पुलिस की वर्दी में आने लगा और कहने लगा कि अब वह पुलिस अधिकारी बन गया है.
वहीं घर दिलाने की बात कहकर पीड़ित परिवार को एक मकान में ले गया और कथित तौर पर बंधक बना लिया. फिर उसने उनकी नाबालिग बेटी से शादी की इच्छा स्पष्ट की. वहीं गरीबी की वजह से पीड़ित परिवार वाले 50 वर्षीय संजय यानि असलम से अपनी बेटी की शादी करने को तैयार हो गए.
वहीं पीड़ित परिवार ने बताया कि आरोपी ने शादी का पूरा खर्च स्वयं उठाने की बात कही थी. बता दें कि 7 दिसंबर को संजय यानि असलम बारात लेकर नाबालिग हिंदू लड़की से शादी करने पहुंच गया था.
वहीं पंडाल बनाने वाले एक मजदूर ने उसे पहचान लिया. उसने बताया कि यह असलम है और कुछ साल पहले उसके साथ जेल में बंद था. इसी दौरान किसी ने पुलिस को असलम की सूचना दे दी. पुलिस को देखते ही असलम मौके से फरार हो गया था.
वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दूल्हे की फोटो देखकर इस बात की पुष्टि कर दी थी. पुलिस ने बताया कि यह संजय नहीं बल्कि असलम है. वहीं पुलिस ने असलम की कार को जब्त कर लिया. वहीं कार में नकली वर्दी, चिड़ीमार बंदूक सहित अन्य सामान को भी बरामद किया गया.
बता दें कि आरोपी असलम पहले भी चास थाना क्षेत्र के एक मामले में जेल की हवा खा चुका है. वह इसी तरह झांसा देकर गरीब हिन्दू परिवार की लड़कियों को फंसाने का काम करता है. पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है.