यह कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है, जो जीवन की तमाम मुश्किलों से जूझते हुए एक दुखद निर्णय लेने तक पहुंच गया। दरअसल, बिहार के रहने वाले अतुल सुभाष बेंगलुरु में एक प्राइवेट कंपनी में AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करते थे, अतुल ने अपनी पत्नी और ससुराल वालों के प्रतारण के कारण आत्महत्या की थी। यह मामला 9 दिसंबर 2024 का है, जब अतुल ने बेंगलुरु में अपने बेडरूम के सीलिंग फैन से लटकर फांसी लगाई थी। आत्महत्या से पहले उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया। वीडियो में उन्होंने अपनी पीड़ा और संघर्ष की कहानी बयान की।
अतुल ने बताया कि कैसे उन्हें अपनी पत्नी से प्रताड़ना का सामना करना पड़ा, किस तरह न्यायालय में उनके खिलाफ फैसले हुए और जज ने उनकी पीड़ा को नजरअंदाज किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जज ने रिश्वत की मांग की और पत्नी के परिवार वालों के लिए कानून का कोई खौफ नहीं था। अतुल की आखिरी इच्छा में उन्होंने अपनी भावनाओं और अनुभवों को साझा किया, जो उनके जीवन के सबसे कठिन क्षणों को दर्शाता है। वीडियो में उन्होंने अपनी आपबीती और उस दुखद स्थिति को सबके सामने रखा, जिसने उन्हें इतना बड़ा कदम उठाने पर मजबूर किया।
पत्नी से प्रताड़ना: अतुल ने कहा, 'मैं पत्नी को हर महीने 40 हजार रुपए मेंटेनेंस देता हूं। इसके बावजूद वो बच्चे को पालने के लिए खर्च के तौर पर 2-4 लाख रुपए महीने की डिमांड कर रही है। मेरी पत्नी मुझे मेरे बेटे से न तो मिलने देती है, न कभी बात कराती है।'
जज ने पत्नी का साथ देकर न्याय नहीं किया: अतुल ने कहा कि मेरी पत्नी ने ये केस सेटल करने के लिए पहले 1 करोड़ रुपए की डिमांड की थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 3 करोड़ रुपए कर दिया। जब मैंने 3 करोड़ रुपए की डिमांड के बारे में जौनपुर की फैमिली कोर्ट की जज को बताया तो उन्होंने भी पत्नी का साथ दिया।
जज पर रिश्वत मांगने का आरोप: अतुल ने कहा जज नीता कौशिक कोर्ट में करप्शन करती हैं। इनका पेशीदार माधव आम आदमी से 50 रुपए और बड़े लोगों से 500 से 1 हजार रुपए लेता है, तभी मन मुताबिक डेट मिलती है। नीता कौशिक रिश्वत लेकर फैसला देती हैं। उन्होंने केस टालने के लिए 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी।
पत्नी के घरवालों को कानून का खौफ नहीं: अतुल ने बताया कि जब इस मामले को लेकर उसने सास से बात की, तो सास ने कहा कि तुमने अभी तक सुसाइड नहीं किया, मुझे लगा आज तुम्हारे सुसाइड की खबर आएगी। इस पर अतुल ने उन्हें जवाब दिया कि मैं मर गया तो तुम लोगों की पार्टी कैसे चलेगी। सास ने जवाब दिया कि 'तुम्हारा बाप पैसे देगा। पति के मरने के बाद सब पत्नी का होता है। तुम्हारे मां-बाप भी जल्दी मर जाएंगे। उसमें भी बहू का हिस्सा होता है। पूरी जिंदगी तेरा पूरा खानदान कोर्ट के चक्कर काटेगा।'
अतुल ने अपनी आखिरी इच्छा में लिखा, 'मेरे केस की सुनवाई का लाइव टेलिकास्ट हो। पत्नी मेरा शव न छू सके। जब तक प्रताड़ित करने वालों को सजा न हो, मेरी अस्थियां विसर्जित न हों। यदि भ्रष्ट जज, मेरी पत्नी और उसके परिजन को कोर्ट बरी कर दे तो मेरी अस्थियां उसी अदालत के बाहर किसी गटर में बहा दी जाएं। मेरे बेटे की कस्टडी मेरे माता-पिता को दी जाए।'