प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय बजट की तारीफ करते हुए इसे 'जनता जनार्दन का बजट' बताया। उन्होंने इसे भारतीय विकास यात्रा का अहम पड़ाव बताते हुए कहा, "यह बजट 140 करोड़ भारतीयों के सपनों को पूरा करने वाला है। यह प्रत्येक भारतीय की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
इस बजट में युवाओं के लिए कई नए अवसर खोले गए हैं। यह विकसित भारत के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है और यह एक बल गुणक (Force Multiplier) के रूप में कार्य करेगा। यह बजट बचत और निवेश को बढ़ावा देगा और देश की आर्थिक वृद्धि में तेजी लाएगा।"
बजट का फोकस नागरिकों की बचत पर
प्रधानमंत्री ने बताया कि आमतौर पर बजट का ध्यान सरकार के खजाने को भरने पर होता है, लेकिन इस बार यह बजट नागरिकों की जेब भरने और उनकी बचत बढ़ाने पर केंद्रित है। यह बजट नागरिकों को विकास के भागीदार बनाने के लिए मजबूत कदम उठाने की दिशा में कार्य करेगा।
'विकास भी, विरासत भी' का मंत्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान में भारत 'विकास भी, विरासत भी' के मंत्र के तहत आगे बढ़ रहा है। इस बजट में इस दिशा में ठोस और प्रभावी कदम उठाए गए हैं। 'ज्ञान भारत मिशन' के तहत एक करोड़ पांडुलिपियों के संरक्षण के लिए पहल की गई है, जो भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में अहम कदम है।
बजट में सुधार की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री ने बजट में सुधारों को लेकर उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि न्यूक्लियर एनर्जी के क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देने का निर्णय ऐतिहासिक है। साथ ही, बजट में रोजगार के सभी क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है।
नई अर्थव्यवस्था और उद्यमिता को बढ़ावा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस बजट में नए उद्यमियों और विशेष रूप से एससी, एसटी और महिला उद्यमियों के लिए बिना गारंटी के दो करोड़ रुपये तक के लोन की योजना लाई गई है। इसके अलावा, गिग वर्कर्स के लिए भी बड़ा ऐलान किया गया है। पहली बार गिग वर्कर्स का ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा, जो एक बड़ी पहल है।