गणेश जयंती 2025 का पर्व 1 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान गणेश का जन्मोत्सव बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में गणेश जी को विघ्नहर्ता और शुभ लाभ देने वाला देवता माना जाता है। गणेश जयंती का पर्व विशेष रूप से उनके भक्तों द्वारा पूजा-अर्चना और व्रत रखकर मनाया जाता है। अगर आप इस दिन विशेष पूजा करना चाहते हैं तो कुछ खास विधि अपनाकर आप चमत्कारी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। तो जानिए कैसे करें पूजा।
गणेश जयंती पूजा विधि
पूजा स्थल की तैयारी: सबसे पहले घर में स्वच्छता का ध्यान रखें और पूजा स्थल को अच्छे से साफ करें। वहां एक ताजे फूलों से सुसज्जित चौकी रखें, जिस पर गणेश जी की मूर्ति या चित्र रखें।
गणेश जी का अभिषेक: पूजा के समय भगवान गणेश का अभिषेक विधिपूर्वक करें। इसे पानी, दूध, शहद, दही और गुलाब जल से किया जाता है। यह माना जाता है कि इस अभिषेक से गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी विघ्न दूर होते हैं।
धूप, दीप और नैवेद्य: दीपक जलाएं और धूप करें। इसके बाद भगवान गणेश को मोदक, लड्डू, ताजे फल और मिठाइयां अर्पित करें। गणेश जी को मोदक प्रिय होने के कारण इन्हें विशेष रूप से चढ़ाया जाता है। साथ ही, हल्दी, सिंदूर, और चंदन भी अर्पित करें।
मंत्र जाप: गणेश मंत्र का जाप करें। "ॐ गं गणपतये नमः" मंत्र का 108 बार जाप करने से भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही, “ॐ श्री गणेशाय नमः” मंत्र का भी जाप करें।
विशेष संकल्प और प्रार्थना: इस दिन खास संकल्प लें और अपने सभी कष्टों के निवारण के लिए भगवान गणेश से प्रार्थना करें। उनके आशीर्वाद से हर प्रकार की बाधाएं समाप्त हो सकती हैं और जीवन में समृद्धि का वास हो सकता है।
गणेश जयंती के लाभ
गणेश जयंती पर पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में आ रही कठिनाइयां दूर होती हैं। अगर आप किसी काम में बार-बार विघ्न या रुकावट का सामना कर रहे हैं तो गणेश पूजा से उन विघ्नों का निवारण हो सकता है। इसके अलावा, यह दिन आर्थिक समृद्धि, ज्ञान वर्धन और पारिवारिक सुख-शांति के लिए भी विशेष होता है। साथ ही, यह दिन नए कार्यों की शुरुआत के लिए भी शुभ माना जाता है।