केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज यानी बुधवार को भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। इस दौरान अमित शाह ने कहा, "जब लोकसभा और राज्यसभा में पक्ष और विपक्ष होते हैं तो दलों, वक्ताओं का नजरिया अलग-अलग होता है। लेकिन एक बात समान होती है कि बात तथ्यों के आधार पर होनी चाहिए। कल से कांग्रेस ने जिस प्रकार तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर रखने का प्रयास किया है वो निंदनीय है। मैं इसकी निंदा करता हूं। "
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "जब संसद में चर्चा चल रही थी, तो यह साबित हो गया कि कांग्रेस ने किस तरह बाबा साहेब अंबेडकर का विरोध किया। किस तरह कांग्रेस ने बाबा साहेब की मृत्यु के बाद भी उनका मजाक उड़ाने की कोशिश की, जहां तक भारत रत्न देने की बात है, कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद को भारत रत्न दिया है। नेहरू जी ने 1955 में खुद को भारत रत्न दिया, इंदिरा गांधी ने 1971 में खुद को भारत रत्न दिया और बाबा साहेब को 1990 में भारत रत्न मिला, जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं थी और भारतीय जनता पार्टी द्वारा समर्थित सरकार थी, अंबेडकर के प्रति नेहरू की नफरत जगजाहिर है।"
अमित शाह ने कहा, "एक सर्वदलीय मंत्रिमंडल पहली देश की कैबिनेट बनी जिसमें बाबा साहेब अंबेडकर भी सदस्य थे, नेहरू जी प्रधानमंत्री थे। नेहरू जी की किताब 'सेलेक्टेड वर्क्स ऑफ जवाहरलाल नेहरू' में एक और उल्लेख आता है। नेहरू जी के आश्वासन के बावजूद भीम राव अंबेडकर को कोई महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया गया। एक ओर कांग्रेस पार्टी है। जब तक कांग्रेस सत्ता में रही बाबा साहेब अंबेडकर का कोई स्मारक नहीं बना। जहां-जहां विपक्ष की सरकारें आती गईं, स्मारक बनते गए। भाजपा की सरकारों ने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बाबा साहेब के जीवन से संबंधित पंचतीर्थ का विकास किया, मध्य प्रदेश में महू, लंदन में डॉ॰ भीमराव रामजी आंबेडकर स्मारक, नागपुर में दीक्षाभूमि, दिल्ली में राष्ट्रीय स्मारक और महाराष्ट्र के मुंबई में चैत्रभूमि का विकास करने का काम भाजपा की सरकारों ने किया। 19 नवंबर 2015 को पीएम मोदी ने अंबेडकर जी के सम्मान में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "...जिन्होंने जीवन भर बाबा साहेब का अपमान किया, जिन्होंने जीवन भर बाबा साहेब के सिद्धांतों को दरकिनार किया, जिन्होंने जब तक सत्ता में रहे बाबा साहेब को भारत रत्न मिलने नहीं दिया, जब तक सत्ता पर रहे आरक्षण के सिद्धांतों की धज्जियां उड़ाईं वो लोग आज बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर भ्रांतियां फैलाना चाहते हैं। मैं कांग्रेस के अध्यक्ष खरगे जी को भी कहना चाहता हूं, खरगे साहब आपका तो कम से कम दायित्व बनता है क्योंकि आप उस वर्ग से आते हैं जिस वर्ग के लिए बाबा साहेब अंबेडकर ने पूरा जीवन समर्पित किया, मुझे बड़ा दुख है कि आप भी राहुल गांधी के दबाव में इसमें शामिल हुए हैं।"