सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे

Donation

Govardhan Puja 2024: देशभर में आज मनाई जाएगी गोवर्धन पूजा, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा करने की सही विधि

गोवर्धन पूजा का त्योहार आज मनाया जा रहा है। गोवर्धन पूजा का उत्तर भारत में विशेष रूप से ब्रज भूमि मथुरा, वृन्दावन, नंदगांव, गोकुल, बरसाना में अधिक महत्व है।

Rashmi Singh
  • Nov 2 2024 7:03AM

आज गोवर्धन का त्योहार मनाया जा रहा है।  गोवर्धन पूजा में गौ धन यानी गायों की पूजा की जाती है और गायों को देवी लक्ष्मी का रूप भी कहा जाता है। इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। 

 पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर ब्रजवासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाया था। साथ ही इंद्रदेव को उनकी गलती का एहसास भी कराया। उस समय से, भगवान कृष्ण के उपासक उन्हें गेहूं, चावल, बेसन से बनी सब्जियाँ और पत्तेदार सब्जियाँ चढ़ाते हैं। 

 गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त 

 पंचांग के अनुसार, गोवर्धन पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है। गोवर्धन पूजा की तिथि 1 नवंबर यानी आज शाम 6:16 बजे शुरू होगी और 2 नवंबर यानी कल रात 8:21 बजे समाप्त होगी। 

 गोवर्धन पूजा के लिए आज तीन दिन सबसे शुभ रहेंगे. एक मुहूर्त सुबह 6:34 बजे से 8:46 बजे तक रहेगा. दूसरा मुहूर्त दोपहर 3:23 बजे से शाम 5:35 बजे तक और तीसरा मुहूर्त शाम 5:35 बजे से शाम 6:01 बजे तक रहेगा। 

 गोवर्धन पूजा पूजन विधि 

 इस दिन सुबह उठकर अपने शरीर पर तेल की मालिश करें और फिर स्नान करें। फिर घर के मुख्य द्वार पर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाएं। गाय के गोबर, ग्वाल-बाल और आस-पास के पेड़-पौधों से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाएं। गोवर्धन पर्वत के मध्य में भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति स्थापित करें। फिर उन्हें अन्नकूट का भोग लगाएं। अंत में गोवर्धन पूजा की व्रत कथा सुनें और प्रसाद सभी में बांट दें और फिर भोजन करें। 

 कैसे लगाते हैं अन्नकूट का भोग? 

 वेदों और पुराणों में भगवान वरुण और अग्नि की पूजा का विधान बताया गया है। इस दिन गायों को सजाकर उनकी आरती उतारी जाती है और उन्हें फल, फूल, मिठाइयाँ आदि खिलाई जाती हैं। इसके बाद गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाई जाती है. और फिर इसके बाद फूल, धूप, दीप, आदि से उसकी पूजा की जाती है. इस दिन भोजन में अलग-अलग तरह के पकवान बनाए जाते हैं। 

 गोवर्धन पूजन के उपाय 

 - संतान प्राप्ति के उपाय 

 गोवर्धन पूजा के दिन दूध, दही, शहद, चीनी और घी से पंचामृत बनाएं। इसके बाद इसमें गंगा जल और तुलसी दल डालें। पंचामृत तैयार होने के बाद इसे शंख में भर लें और भगवान कृष्ण को पंचामृत अर्पित करें। इसके बाद "क्लीं कृष्णाय क्लीं" मंत्र का 11 बार जाप करें। संतान प्राप्ति की आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।

 - सुख-समृद्धि के लिए उपाय 

 गोवर्धन पूजा के दिन गाय को स्नान कराकर उन्हें तिलक लगाएं। इसके बाद उसे फल और चारा खिलाएं और गाय की सात बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से आपकी सभी आर्थिक इच्छाएं पूरी हो जाएंगी। 

 गोवर्धन पूजा कथा  

 गोवर्धन पूजा करने के पीछे धार्मिक मान्यता यह है कि भगवान कृष्ण इंद्र का घमंड तोड़ना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर गोकुलवासियों की इंद्र से रक्षा की। मान्यता है कि इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन 56 भोग लगाकर गोवर्धन पर्वत की पूजा करने का आदेश दिया था. तभी से गोवर्धन पूजा की परंपरा आज भी जारी है और हर साल गोवर्धन पूजा और अन्नकूट का त्योहार मनाया जाता है। 

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार