बिहार के कैमूर में, जिलाधिकारी सावन कुमार ने रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव के संबंध में ईवीएम और वीवीपीएटी का पहला रेंडमाइजेशन समाहरणालय सभा कक्ष में अपराह्न 3:00 बजे किया। इस प्रक्रिया में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित की गई थी।
ईवीएम और वीवीपीएटी के रेंडमाइजेशन में मान्यता प्राप्त राज्य और राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति आवश्यक होती है। यह प्रक्रिया EVM ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर ETS के माध्यम से की जाती है, जिसमें मानवीय हस्तक्षेप नहीं होता। रेंडमाइजेशन के बाद, सभी चिन्हित मशीनों पर हरे रंग का इलेक्शन स्टीकर चिपकाया जाता है, और रैंडमाइज्ड EVM एवं वीवीपीएटी की सूची राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराई जाती है।
उम्मीदवारी वापसी की अंतिम तिथि के बाद, यह सूची सभी अभ्यर्थियों को भी दी जाएगी। रिटर्निंग ऑफिसर के अनुसार, द्वितीय रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया तब की जाएगी जब चुनाव में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों की सूची तैयार हो जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था के तहत, रैंडमाइज्ड EVM को स्ट्रांग रूम में रखा जाता है, जहां सुरक्षा बलों द्वारा 24 घंटे निगरानी की जाती है। स्ट्रांग रूम की सीलिंग के दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाती है।
इस अवसर पर सभी राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों के प्रतिनिधियों के अलावा अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, EVM कोषांग प्रभारी, उप निर्वाचन अधिकारी, रिटर्निंग ऑफिसर, अनुमंडल पदाधिकारी और अन्य वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।