छत्तीसगढ़ के बलरामपुर से खबर है, जहां पैसे की ठगी करने वाले दो युवकों की पिटाई का मामला सामने आया है। एक गांव के ग्रामीणों ने मिलकर दो युवकों की जमकर पिटाई की और उसके बाद थाने लाकर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने 420 धारा तहत मामला दर्ज कर लिया है। मार खाने वाले दोनों ही एनएसयूआई से जुड़े हुए सदस्य हैं, अब दोनों जेल में हैं।
जानकारी के मुताबिक दोनों युवकों की सरेआम पिटाई इसलिए हो गई, क्योंकि ग्रामीणों के खाते से ठगी करके ये पैसे आहरित करते थे, पैसा चोरी कर कर के आदत इनकी खराब हो गई थी और इसी आदत को फिर से भूनाने ये फिर से गांव पहुंचे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि आज ग्रामीणों ने पूरी प्लानिंग इनके स्वागत की कर दी है। जैसे ही गांव में इन की एंट्री हुई ग्रामीणों ने उनके स्वागत में लात घूसों और चप्पल की बरसात कर दी, वहीं महिलाओं ने तो इन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और जब तक ग्रामीणों का मन नहीं भरा, तब तक इनको वे धोते रहे। और ऐसा धोया की इन्हें माफी मांगने की नौबत आ गया। मार खाने वाले दोनों युवक अखलाक अहमद और गुड्डू एनएसयूआई के सदस्य हैं। ग्रामीणों ने इन्हें मारने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
लोगों ने की कार्रवाई की माँग
मामला बड़ा और कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई सदस्यों से जुड़ा हुआ था, इसलिए भाजपाइयों ने भी इसमें सक्रियता दिखाई और करीब 3 घंटे तक प्रदेश उपाध्यक्ष उद्देश्वरी पैकरा सहित अन्य लोग थाने में ही डटे रहे। दोनों ही युवकों की करतूत पर भाजपा नेता अमिताभ सिंह देव ने नाराजगी व्यक्त की है उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं इस पूरे मामले पर ग्राम पंचायत के जिस उप सरपंच राघवेंद्र सिंह देव का नाम आ रहा है, उसने मीडिया के सामने अपनी सफाई व्यक्त करते हुए कहा कि मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है ऐसे लोगों को तत्काल जेल में भेजना चाहिए।
बहरहाल ग्रामीणों ने जो किया, वह सोशल मीडिया में वायरल है और ग्रामीणों की लोग तारीफ कर रहे हैं और अपील एक दूसरे से किया जा रहा है कि ऐसे ठगों को इसी तरह से सबक सिखाया जाए। फिलहाल एक बात तो तय है कि इन दोनों युवकों की हरकत से एनएसयूआई की फजीहत बढ़ गई है।
रिपोर्ट में क्या लिखा है?
प्रार्थी ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि उनके खाते से बीते दिनों मो. अखलाक खान एवं साथी के द्वारा घर में जाकर मुझे गुमराह कर पैसा निकाल लिया, जब पीड़िता बैंक में आई, तो पता चला कि उनका दस हजार रूपया अंगूठा लगाकर निकाला गया है। पुलिस ने अब दोनों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इधर भाजपा मंडल शंकरगढ़ ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के उक्त कृत्य की घोर निंदा की है।