अहिल्या नगर जिले में राहुरी तालुके के कोलार खुर्द गांव की सरकारी जमीन में बनी अवैध मजार को लेकर सकल हिंदू समाज द्वारा 8 मार्च को तीव्र आंदोलन कर सरकार को चेतावनी दिए जाने के बाद सार्वजनिक जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई मजार पर चला सरकार का बुलडोजर, इस अवैध मजार को अब प्रशासन ने हटा दिया। हिंदू समाज के अल्टीमेटम के बाद प्रशासन को मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ी, जिससे सकल हिंदू समाज ने संतोष व्यक्त किया है।
पूरा मामला क्या है?
सातबारा क्रमांक 43 की सार्वजनिक भूमि पर अवैध रूप से मजार का निर्माण किया गया था। लेकिन, 1973 में तहसीलदार, राहुरी द्वारा आधिकारिक रूप से इस भूमि का वर्गीकरण ग्राम पंचायत के लिए किया गया था। इस भूमि का उपयोग आदिवासी श्मशान भूमि, घाटकल सड़क, आवासीय क्षेत्र एवं नर्स क्वार्टर के लिए होना था। जिसका रिकॉर्ड ग्राम पंचायत के पास मौजूद है। साथ ही, फेरफार क्रमांक 13303 (30 अक्टूबर 2021) के अनुसार, इस स्थान पर बने अवैध मजार का कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं है। बावजूद इसके, इस सार्वजनिक भूमि पर अवैध मजार का निर्माण जारी रखा गया।
इस मामले को लेकर सकल हिंदू समाज, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले गट), मातंग आघाड़ी, राष्ट्रीय श्रीराम संघ, एकलव्य संगठन, आदिवासी पारधी महासंघ, ग्रामपंचायत संक्रापूर, ग्रामपंचायत देशवंडी इनके साथ ही । ग्राम पंचायतें आदि ने प्रशासन से कई बार शिकायतें कीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इसके अब संघटित सकल हिंदू समाज ने अल्टीमेटम देते हुए स्पष्ट कर दिया था कि यदी यह अवैध मजार को हटाया नहीं गया, तो उसी स्थान पर भव्य बजरंग बली मंदिर का निर्माण किया जाएगा! सकल हिंदू समाज की एकता और संघर्ष के दबाव में आकर प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ी और अवैध मजार को हटा दिया गया।