भूटान सेना के मुख्य संचालन अधिकारी, लेफ्टिनेंट जनरल बटू त्शेरिंग, आज भारत अपनी आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे। यह यात्रा 1 से 6 फरवरी 2025 तक चलेगी और इसका उद्देश्य भारत और भूटान के बीच लंबे समय से चले आ रहे रक्षा संबंधों को और मजबूत करना है। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ाने और नए रास्तों पर काम करने की कोशिश की जाएगी।
गया में पहले दिन का दौरा
अपने आगमन के बाद, जनरल त्शेरिंग का पहला दिन गया में होगा, जहां वे अधिकारियों के प्रशिक्षण अकादमी का दौरा करेंगे। इसके अलावा, वे कई महत्वपूर्ण बौद्ध सांस्कृतिक स्थलों का भी अवलोकन करेंगे, जो भारत और भूटान के बीच गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को दर्शाते हैं।
नई दिल्ली में प्रमुख गतिविधियां
2 से 5 फरवरी तक, जनरल त्शेरिंग नई दिल्ली में रहेंगे और कई महत्वपूर्ण गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। 3 फरवरी को, वे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और दक्षिण ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित होंगे। इसके बाद, जनरल त्शेरिंग भारतीय सेना प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। वे राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) मानेसर और रक्षा छवि प्रसंस्करण एवं विश्लेषण केंद्र (DIPAC) जैसे महत्वपूर्ण सैन्य संस्थानों का भी दौरा करेंगे।
कोलकाता में यात्रा का समापन
यात्रा के अंत में, जनरल त्शेरिंग कोलकाता जाएंगे, जहां वे भारतीय सेना के पूर्वी कमांड मुख्यालय का दौरा करेंगे। वे विजय समारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और पूर्वी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ से मुलाकात करेंगे।
भारत-भूटान सैन्य सहयोग को नया आयाम
लेफ्टिनेंट जनरल बटू त्शेरिंग की यह यात्रा दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को और मजबूत करेगी और दोनों मित्र देशों के बीच रणनीतिक रिश्तों को और गहरा करेगी। यह यात्रा दोनों देशों के आपसी हितों में सहयोग को बढ़ावा देने में अहम साबित होगी।