भारत के सबसे बड़े द्विवार्षिक उभयचर युद्धाभ्यास AMPHEX 2025 का समापन 31 जनवरी 2025 को कर्नाटका के कावड़ा बे में हुआ। इस युद्धाभ्यास में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने मिलकर उभयचर ऑपरेशनों की क्षमता का प्रदर्शन किया।
12 से 31 जनवरी तक चला युद्धाभ्यास
यह युद्धाभ्यास 12 से 31 जनवरी 2025 तक आयोजित किया गया था। इसमें तीनों सेवाओं की संयुक्त क्षमताओं और आपसी तालमेल को प्रदर्शित किया गया, जो चुनौतीपूर्ण वातावरण में बड़े पैमाने पर संयुक्त ऑपरेशनों को सफलतापूर्वक अंजाम देने में सक्षम हैं।
पिछली बार काकीनाडा में हुआ था AMPHEX
इससे पहले AMPHEX 2023 का आयोजन जनवरी 2023 में आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में किया गया था।
उभयचर आक्रमण और ज़मीन पर उतरना
इस युद्धाभ्यास में उभयचर हमले के बाद जमीन पर सेना की टुकड़ी का लैंडिंग प्रमुख आकर्षण था। इसमें उभयचर युद्धपोतों की भागीदारी देखी गई, जिनमें लैंडिंग प्लेटफार्म डॉक (LPD) INS जलाश्व, लैंडिंग शिप INS घरियाल और केशरी, लैंडिंग क्राफ्ट, मरीन कमांडो, हेलीकॉप्टर और विमान शामिल थे।
500 सैनिकों ने लिया हिस्सा
भारतीय सेना ने 91 इंफेंट्री ब्रिगेड के 500 से अधिक सैनिकों के साथ इसमें भाग लिया। इसमें विशेष बल, इंजीनियर्स, सिग्नल, आर्टिलरी और बख़्तरबंद वाहनों के दल भी शामिल थे।
संयुक्त समीक्षा
युद्धाभ्यास की संयुक्त समीक्षा सेना, नौसेना और वायु सेना के उप प्रमुखों और संयुक्त रक्षा कर्मचारियों के प्रमुख द्वारा की गई, जिन्होंने तीनों सेवाओं के बीच की अद्वितीय सहयोग और तालमेल की सराहना की।
AMPHEX 2025 का सफल प्रदर्शन
AMPHEX 2025 ने भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के बीच उभयचर ऑपरेशनों के पूरे स्पेक्ट्रम को सफलतापूर्वक अंजाम देने की क्षमता को साबित किया और यह दिखाया कि तीनों सेवाओं के बीच समन्वय और संयुक्त संचालन की कोई तुलना नहीं है।