महाकुंभ 2025 के दौरान यात्रियों के सुगम और सुरक्षित आवागमन के लिए रेलवे स्टेशनों पर कई अहम बदलाव किए गए हैं। यह व्यवस्था दो फरवरी से पांच फरवरी तक लागू रहेगी, खासकर वसंत पंचमी के अवसर पर चौथे स्नान पर्व के दौरान।
सभी प्रमुख स्टेशनों पर लागू नया नियम
प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर विशेष यात्रा व्यवस्था लागू की जाएगी, जिसके तहत यात्री एक ओर से प्रवेश करेंगे और दूसरी ओर से निकास होगा। इसके माध्यम से भीड़ प्रबंधन को बेहतर तरीके से किया जा सकेगा। इस व्यवस्था का उद्देश्य यात्रियों को सुविधा और सुरक्षा प्रदान करना है।
प्रयागराज जंक्शन पर नई व्यवस्था
प्रवेश केवल सिटी साइड (प्लेटफार्म नंबर-1) से होगा।
निकास सिविल लाइंस साइड से होगा।
आरक्षित श्रेणी के यात्रियों के लिए गेट नंबर पांच से प्रवेश मिलेगा।
प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर बदलाव
प्रवेश केवल प्रयागराज-मीरजापुर राजमार्ग से जोड़ने वाले सीओडी मार्ग से होगा।
निकास जीईसी नैनी रोड से होगा।
आरक्षित श्रेणी के यात्री गेट नंबर दो से प्रवेश करेंगे।
नैनी जंक्शन पर यात्री व्यवस्था
प्रवेश स्टेशन रोड से होगा।
निकास मालगोदाम की ओर से होगा।
आरक्षित श्रेणी के यात्रियों के लिए गेट नंबर दो से प्रवेश की सुविधा होगी।
सूबेदारगंज स्टेशन की नई व्यवस्था
प्रवेश केवल झलवा (कौशांबी रोड) से होगा।
निकास जीटी रोड की ओर से होगा।
आरक्षित श्रेणी के यात्रियों को गेट नंबर तीन से प्रवेश मिलेगा।
फाफामऊ स्टेशन पर व्यवस्था
प्रवेश प्लेटफार्म नंबर चार की ओर से होगा।
स्नान कर के आने वाले लोग 23 नंबर पांटून पुल से यहां आएंगे।
निकास केवल एक नंबर की ओर से बनारस रोड की तरफ होगा।
अनारक्षित यात्रियों के लिए वैशाली गेस्ट हाउस के सामने फ्लाई ओवर से चार नंबर की ओर प्रवेश मिलेगा।
प्रयाग स्टेशन पर यात्री प्रवेश व्यवस्था
प्रवेश यूनिवर्सिटी रोड से होगा।
जौनपुर और बनारस जाने वाले यात्री गेट नंबर दो से प्रवेश करेंगे, जबकि लखनऊ और अयोध्या जाने वाले गेट नंबर तीन से प्रवेश कर सकेंगे।
निकास रामप्रिया रोड से होगा।
आरक्षित श्रेणी के यात्रियों को गेट नंबर एक से प्रवेश मिलेगा।
रामबाग स्टेशन पर यात्रियों के लिए नई व्यवस्था
प्रवेश स्टेशन रोड लल्लू एंड संस से होगा।
निकास लाउदर रोड से गेट नंबर एक, दो, और तीन से होगा।
आरक्षित श्रेणी के यात्री आश्रय स्थल संख्या चार से प्लेटफार्म तक जाएंगे।
झूंसी स्टेशन पर विशेष व्यवस्था
झूंसी स्टेशन पर यात्रियों के लिए दोनों ओर से प्रवेश और निकास की सुविधा उपलब्ध होगी। यहां यात्री आश्रय स्थल भी बनाए गए हैं।
यह सभी बदलाव यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं।