प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल और मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) डॉ वी. अनंत नागेश्वरन ने सोमवार को आर्थिक सर्वेक्षण 2022 प्रस्तुत किया. प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने इस दौरान कहा कि पिछले वर्ष अर्थव्यवस्था में 7.3% की गिरावट के बाद इस वर्ष अर्थव्यवस्था में 9.2% बढ़ने का अनुमान है.
सलाहकार संजीव सान्याल ने कहा कि कृषि क्षेत्र लॉकडाउन में बहुत कम प्रभावित हुआ। इस क्षेत्र में 2020-21 और फिर 2021-22 में भी बढ़ोतरी देखी गई। औद्योगिक क्षेत्र में इस दौरान गिरावट देखी गई और अब यह महामारी से पहले के स्तर से लगभग 4.1% ऊपर है.
प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने कहा कि लॉकडाउन से सर्विस सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। अब यह क्षेत्र महामारी से पहले के स्तर से थोड़ा नीचे है: प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने कहा कि सर्विस सेक्टर का वो हिस्सा जिसमें पर्यटन, यात्रा और होटल शामिल है, अभी भी महामारी से पहले के स्तर से 8.5% नीचे है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो अभी भी प्रभावित है. कुल खपत में महामारी से पहले की तुलना में कमी आई है। अब सरकारी खपत में काफी मज़बूती देखी जा रही है लेकिन निजी खपत अभी भी काफी कम है.
प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने कहा कि निर्यात में बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था के विकास का एक प्रमुख पहलू रहा है और अब वे कोविड महामारी से पहले के स्तर से काफी ऊपर है। लेकिन आयात में भी बहुत बढ़ोतरी हुई है। कुल मिलाकर GDP कोविड से पहले के स्तर से 1.3% ऊपर है.
संजीव सान्याल ने कहा कि वर्ष 2021 के दौरान लॉकडाउन और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों के कारण मुद्रास्फीति में अवरोध देखा गया। इस साल पाबंदियों के हटने के चलते उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) 5.6% रहा. 2022-23 में भारत की GDP में 8-8.5% की बढ़ोतरी का अनुमान है.