केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के सहयोग से आयोजित सरस आजीविका मेला 2025 का विधिवत उद्घाटन किया गया। वर्चुअल माध्यम से जुडे केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समारोह को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के बडे औद्योगिक शहर नोएडा में केंद्र सरकार के सरस मेले का आयोजन अत्यंत हर्ष एवं गौरव का विषय है। सरकार का लक्ष्य देशभर की महिलाओं को सशक्त स्वाबलंबी एवं उद्यमी बनाने का है। इसके लिए सभी राज्यों के गांवों इनके द्वारा स्वयं सहायता समूह चलाए जा रहे है; मातृशक्ति अब अबला नहीं बल्कि सबला बन चुकी है।
आज के इस आयोजन में वर्चुअली जुडा हू्र इसकी सफलता की कामना करते हुए मंऋालय की पूरी टीम एवं राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के भी सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करता हूं; साथ ही देश के कौने-कौने से आई सभी दीदियों को उनकी इस अटूट सफलता के लिए बधाई देता हूं। इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं संचार राज्यमंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कहा कि यहां आकर यह मेला एक मेला ही नहीं बल्कि एक आंदोलन लग रहा है। ऐसे आयोजनों से आज महिला सिर्फ कामगार नहीं बल्कि काम देने वाली बन रही हैं। भारत की आर्थिक प्रगति की नेता हैं।
यहां ग्रामीण विकास राज्यमंत्री कमलेश पासवान ने कहा कि सरस मेलों का यह 5वां संस्करण है, जिसमें 225 स्टॉल तथा एक हजार से अधिक उत्पादों की वैरायटी है। सरस मेला आज ब्रांड बन गया है, जो हमारी दीदियों को आत्मनिर्भर बना रहा है।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा ने कहा कि आज मेले को हम एक अलग स्वरूप में देख पा रहे हैं, जिसकी हमें अपार खुशी है।15 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री ने लखपति दीदी नाम का आह्वान किया था। मंत्रालय ने तभी लक्ष्य को निर्धारित करने का ठाना है। जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि आज मेले का 5वां दिन है। हमें खुशी है यह मेला पिछली बार से दोगुनी उपलब्धि हांसिल करेगा। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
उन्होंने कहा कि मेले की किसी भी व्यवस्था में न तो कोई चूक है और न ही आगे भी होगी। इस अवसर पर यहां मंत्रालय के सचिव शैलेष कुमार सिंह, अपर सचिव टी के अनिल कुमार, उप महानिदेशक गया प्रसाद, निदेशक मोली श्री, निदेशक राजेश्वरी, अवर सचिव आलोक जवाहर, राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के सहायक निदेशक चिरंजीलाल कटारिया, शोध अधिकारी सुधीर कुमार सिंह तथा सुरेश प्रसाद उपस्थित थे।
मेले ने पांचवें दिन उद्घाटन के साथ ही गति पकड़ ली है। यहां हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की जमकर बिक्री हुई। यह मेला 21 फरवरी से 10 मार्च 2025 तक नोएडा हाट, सेक्टर.&5ए में आयोजित किया जा रहा है। इस मेले का उद्देश्य ग्रामीण भारत की समृद्ध शिल्प कला और संस्कृति को शहरी लोगों के साथ जोड़ना है। मेले में महिलाओं के लिए राजस्थानए गुजरात और छत्तीसगढ़ की बैड शीट खास आकर्षण का केंद्र रहीं। ये उत्पाद न केवल सुंदर हैं, बल्कि टिकाऊ और आरामदायक भी हैं। इसके अलावा मेले में 400 से अधिक महिला शिल्पकारों ने अपने हस्तकला और पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन किया। ये महिलाएं विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और अपने कौशल के जरिए ग्रामीण संस्कृति को जीवंत कर रही हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी जलवा
मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी भरपूर आनंद लिया जा रहा है। पांचवे दिन पंजाब के प्रवीन आर्या ग्रुप के कलाकारों ने सुप्रसिद्ध पंजाबी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। वहीं, हीटेक इंटरनेशनल स्कूलए गाजियाबाद की छात्राओं ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया।