राजस्थान की धरती, वीरों की भूमि जोधपुर, इन दिनों एक खतरनाक साज़िश का शिकार बन रही है। लव जिहाद के नाम पर मासूम हिंदू बेटियों को निशाना बनाया जा रहा है, और हैरानी की बात यह है कि यह घटनाएं एक के बाद एक सामने आ रही हैं। महज 48 घंटे में तीन ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जो हिंदू समाज के लिए खतरे की घंटी हैं। ताज़ा मामला रविवार (20 अप्रैल 2025) की सुबह का है।
जोधपुर के खांडा फलसा थाना क्षेत्र में एक लड़का रंगे हाथ पकड़ा गया। वह इंदौर से जोधपुर सिर्फ इसलिए आया था कि एक नाबालिग हिंदू लड़की से मिल सके। ये कोई आम मुलाक़ात नहीं थी- यह एक सुनियोजित चाल थी। आरोपी ने स्नैपचैट पर 'अशोक मालवीय' नाम रखकर लड़की से दोस्ती की, मगर असल में वह इस्लाम से ताल्लुक रखता है।
ऐसे खुली पोल...
स्थानीय लोगों को जब शक हुआ, तो उन्होंने उस लड़के से सवाल-जवाब किए। पहले तो वह गुमराह करने की कोशिश करता रहा, लेकिन जब उससे आधार कार्ड दिखाने को कहा गया, तो सच्चाई सामने आते ही लोगों का ग़ुस्सा फट पड़ा। हिन्दू नाम के पीछे मुस्लिम पहचान सामने आते ही माहौल गरमा गया। लोगों ने उसे तुरंत पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। हिंदू किशोरी से जुड़ी इस गंभीर घटना में पुलिस ने मुस्लिम युवक के खिलाफ पोक्सो एक्ट समेत अन्य आपराधिक धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। पीड़िता के परिवार द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। फिलहाल पुलिस अधिकारी मामले की हर पहलू से गहन जांच कर रहे हैं और जल्द ही आरोपी से पूछताछ की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
इससे एक दिन पहले शनिवार को भी दो ऐसे मामले सामने आए थे, जहां एक समुदाय विशेष के युवकों ने हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने की कोशिश की। एक मामला तो कोर्ट मैरिज के दौरान सामने आया, जहां हिंदू संगठनों ने समय रहते साज़िश को नाकाम कर दिया। वहीं सूरसागर थाने में हुए मामले के विरोध में लोगों ने थाने का घेराव भी किया। अब सवाल ये है- कब जागेगा सिस्टम? कब मिलेगी हिन्दू बेटियों को सुरक्षा? कब होगी इन षड्यंत्रकारियों पर सख़्त कार्रवाई?