केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को पुणे स्थित भारतीय पुष्प अनुसंधान संस्थान में बुनियादी सुविधा के रूप में प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण किया. इस दाैरान उन्हाेंने कहा कि किसान भाई-बहन आय बढ़ाने के लिए फूलों की खेती की ओर रुझान करें. आय में वृद्धि करने के लिए वैल्यू एडिशन भी करना होगा. इसे ज्यादा से ज्यादा किसानों को अपनाना चाहिए व प्रोसेसिंग से भी जुड़ना चाहिए. वो कर रहे थे.
तोमर ने आगे कहा कि फूलों की आवश्यकता देश की परंपराओं, धार्मिक-सामाजिक-राजनीतिक आदि आयोजनों के अनुसार आज भी है. फूलों के व्यापार में एक्सपोर्ट के नजरिए से भी काफी गुंजाइश है. वहीं हमारे देश की विविध जलवायु इतनी समृद्ध है कि फूलों की खेती काफी फलफूल सकती है. उन्होंने किसानों को फूलों के वैल्यू एडेड उत्पादों जैसे गुलाब में गुलकंद और अन्य फूलों के उत्पादों को समयानुरूप परिवर्तित करने व मार्केट बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया. ताकि इससे आय बढ़ सके.
तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाएं बनवाई हैं. जिसका किसानों को लाभ मिल रहा है. इसके साथ-साथ किसानों को तकनीकी रूप से भी मजबूत होना होगा. फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है. उन्होंने वेस्ट टू वैल्थ मिशन का जिक्र किया, साथ ही कहा कि कृषि उत्पाद वैश्विक मानकों पर खरे उतरने वाले होने चाहिए.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा रिसर्च के माध्यम से खेती को इस तरह से विकसित किया जाना चाहिए कि युवा इस ओर आकर्षित हों. नए रोजगार का सृजन हो सके. तोमर ने कृषि वैज्ञानिकों से कहा कि नई किस्मों के विकास व अनुसंधान में इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि फूलों की सुगंध कम नहीं हो, क्योंकि खुशबू का अपना ही महत्व है.