उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ की (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित) खैर विधानसभा सीट पर 23 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए 18 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कड़ी सुरक्षा के बीच तहसील खैर में उपजिलाधिकारी न्यायालय में सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक नामांकन हो सकेंगे। जिसके चलते जिला प्रशासन द्वारा पुलिस फोर्स तैनात करते हुए नामांकन कक्ष तक बैरिकेडिंग कर दी गई.हालांकि अभी तक भाजपा, कांग्रेस, बसपा, सपा समेत किसी भी प्रमुख पार्टी ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. खैर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रहे अनूप प्रधान के हाथरस सांसद निर्वाचित होने के बाद से यह सीट खाली थी।
मीडिया से संवाद: नामांकन प्रक्रिया को लेकर तहसील खैर उपजिलाधिकारी महिमा राजपूत ने बताया कि खैर विधानसभा उपचुनाव के लिए 18 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है.नामांकन तहसील खैर के उपजिलाधिकारी न्यायालय कक्ष में होना है नामांकन की प्रक्रिया कोलेकरकड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गईहै 18 अक्टूबर से शुरू हुई नामांकन की प्रक्रिया 25 अक्टूबर तक चलेगी. इसके बाद 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच और 30 अक्टूबर नामांकन वापसी का दिन है. 13 नवंबर को उपचुनाव होना है । वही 23 नवंबर को चुनाव मतगणना होगी. शुक्रवार से शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया के प्रथम दिन एक नामांकन पत्र बिका। अभय कुमार उर्फ बंटी के लिए अरविद पाठक व नितिन कुमार चौधरी ने एक एक सैट नामांकन पत्र खरीदे। इस नामांकन की प्रक्रिया के लिए व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू कर दी गई है. और बैरिकेडिंग भी कराई गई है. इसके साथ ही इलेक्शन कमिशन की गाइडलाइंस का अनुपालन उनके द्वारा कराया जा रहा है।
इस प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया के सदस्यों द्वारा आदर्श आचार संहिता और निर्वाचन से संबंधित कई प्रश्न पूछे गए, जिनका उपजिलाअधिकारी महिमा राजपूत ने संतोषजनक उत्तर दिया। उन्होंने मीडिया से अपील की कि वे निर्वाचन कार्य को शांतिपूर्ण संपन्न कराने और अधिक से अधिक मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने में सहयोग करें।