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16 अगस्त: 1946 में Direct Action Day पर इस्लामिक भीड़ ने मार डाले थे 6 हजार से ज्यादा हिंदू... हिंदू महिलाओं के स्तन काटकर नग्न शरीर मांस की दुकानों पर लटका दिया गया था

आखिर क्या था डायरेक्ट एक्शन डे ? जिसे आपको जरूर जानना चाहिए:

Abhay Pratap
  • Aug 16 2023 1:23AM

15 अगस्त मना लिया... अब 16 अगस्त अर्थात डायरेक्ट एक्शन डे को भी याद कर लो, जब कोलकाता में 6 हजार से ज्यादा हिंदुओं का कत्ल इ.स्ला.मिक भीड़ द्वारा किया गया था

क्या था डायरेक्ट एक्शन डे ? जिसे आपको जरूर जानना चाहिए:

 

- 16 अगस्त 1946 को जिन्ना के आदेश पर हुआ था डायरेक्ट एक्शन डे

- बंगाल में मु .स्लिम भीड़ द्वारा चुन-चुन कर किया गया था हिंदुओं का कत्लेआम

- 72 घंटे में 6 हजार से ज्यादा हिंदुओं का हुआ था कत्ल

- कोलकाता में हजारों हिंदू माताओं-बहनों का हुआ था बलात्कार

- लाखों हिंदुओं का हुआ था पलायन

- पाकिस्तान बनाने के लिए जिन्ना ने भारत की स्वतंत्रता से एक वर्ष पहले हिंदुओं के जनसंहार का दिया था खुला आदेश

- गोमांस की दुकानों पर हुक से लटकाए गए थे हिंदू लड़कियों के नग्न शरीर

 

क्यों हुआ था डायरेक्ट एक्शन डे ?

 

- भारत की स्वतंत्रता से एक वर्ष पहले की हिंदू विरोधी विभीषिका है डायरेक्ट एक्शन डे

- 16 मई 1946 को भारत आया था ब्रिटिश कैबिनेट मिशन

- कैबिनेट मिशन का उद्देश्य था भारतीयों को सत्ता हस्तांतरित करने की अंतिम योजना को मूर्त रूप देना

- जिन्ना ने मिशन के सामने अलग पाकिस्तान की मांग रख दी

- जुलाई 1946 में जिन्ना ने मुंबई में अपने घर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की

- प्रेस कॉन्फ्रेंस में ने जिन्ना ने की अलग मुस्लिम देश पाकिस्तान की घोषणा

- पाकिस्तान न बनाने पर दी डायरेक्ट एक्शन डे की चेतावनी

- 16 अगस्त 1946 को घोषित किया गया डायरेक्ट एक्शन डे

 

डायरेक्ट एक्शन डे की शुरुआत

 

- बंगाल में हसन शहीद सुहरावर्दी ने लांच कर दिया हिंदुओं का भयावह जनसंहार अर्थात डायरेक्ट एक्शन डे

- मुस्लिम लीग का नेता हसन शहीद सुहरावर्दी उस समय था बंगाल का प्रधानमंत्री

- कोलकाता और उसके आसपास के क्षेत्रों में मु .स्लिम भीड़ इकठ्ठा होना शुरू हो गई

- दोपहर की नमाज के समय सुहरावर्दी और ख्वाजा नजीमुद्दीन ने दिए हिंदू विरोधी भाषण

- डायरेक्ट एक्शन डे अर्थात हिंदुओं के जनसंहार के लिए की गई थी विशेष तैयारियां

- हिंदुओं के कत्लेआम के लिए आसपास के क्षेत्रों से भी बुलाई गई थी मुस्लिम भीड़

- पंजाब के नेशनल गार्ड्स के 1200 मुस्लिम सिपाहियों को बुलाया गया था कोलकाता

- कोलकाता में मौजूद 24 पुलिस थानों में से 22 का इंचार्ज मुस्लिम को बनाया गया था

- मुस्लिमों को दुकाने बंद रखने का आदेश जारी किया गया था

- हिंदुओं को दुकाने व दफ्तर खुले रखने की बता कही गई थी

- नमाज के बाद शुरू कर दिया गया हिंदुओ का कत्लेआम

- हिंदुओं के खून की प्यासी बन गई थी जालीदार टोपी लगाए भीड़

- पूरे शहर में शुरू हो गई पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी

- हिंदुओं को उनके घरों से खींच खींचकर काट डाला गया

- छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग माताओं तक के सामूहिक बलात्कार किए गए

- हिंदू बच्चों के सरों से जि. हादी भीड़ ने सड़कों पर फुटबॉल खेली

- अगले 72 घंटों में 6 हजार से ज्यादा हिंदुओं की हत्या कर दी गई

- कोलकाता और आसपास की सड़कें हिंदुओं की लाशों से पटी पड़ी थी

- हिंदू माताओं/बहनों/बेटियों के गुप्तांग गोद डाले गए

- हजारों हिंदू महिलाओं के स्तन काटकर नग्न शरीर मांस की दुकानों पर लटका दिया गया

- सार्वजनिक जगहों पर गौमाताओं के साथ किए गए सामूहिक बलात्कार

- कोलकाता से शुरू हुआ हिंदुओं के जनसंहार का ये दौर नोआखाली, बिहार और पंजाब भी पहुंच गया

- हिंदुओं की लाशों से शमशान सी दिखने लगी थी कोलकाता की गलियां

- चारों और केवल हिंदुओं की लाशें और उन पर मंडराते गिद्ध ही दिखते थे

- सुहरावर्दी खुद लालबाग के पुलिस हेडक्वार्टर में उपस्थित होकर इ.स्ला. मिक दंगाईयों के विरुद्ध पुलिस कार्यवाही को रोके हुए था

- कम्युनिस्ट नेता सईद अब्दुल्ला फारुकी ने जिहादी झुंड के साथ मिलकर लिछुबागान के ओड़िया मजदूरों की स्लम बस्ती पर हमला कर दिया

- गार्डन रिच टेक्सटाइल वर्कर्स यूनियन का अध्यक्ष था कम्युनिस्ट नेता सईद अब्दुल्ला फारुकी

- केसोराम कोटन मिल्स के 600 ओड़िया मजदूरों का निर्ममतापूर्वक कत्ल कर दिया गया

- मजदूरों ने दंगाइयों को दिखाया था कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े होने का कार्ड

- इ. स्ला. मिक जि. हाद के आगे काम नहीं आई वामपंथी राजनीतिक पहचान

- कोलकाता के मेयर एसएन उस्मान ने बांटे थे बांग्ला भाषा में लिखे हुए पम्पलेट

- पम्पलेट पर लिखा था काफेर! तोदेर धोंगशेर आर देरी नेई. सार्बिक होत्याकांडो घोतबे

- जिसका मतलब था, “काफिरों! तुम्हारा अंत अब ज्यादा दूर नहीं है. अब हत्याकांड होगा

- हजारों हिंदुओं को हुगली में फेंक दिया गया

- सैकड़ों हिंदुओं के हाथ-पैर बांधकर नाले में फेंक दिया गया, जिससे वे घुट-घुटकर मर गए

- अनगिनत लोगों के हाथ-पैर बांधकर घरों में छोड़ दिया गया और बाहर से आग लगा दी गई, जिससे वे जलकर मर गए

- डायरेक्ट एक्शन डे के बाद मुस्लिम लीग के आगे झुक गई कांग्रेस

- नेहरू-गांधी ने स्वीकार कर लिया भारतवर्ष का बंटवारा

- भारत की स्वतंत्रता से एक दिन पहले बना दिया गया पाकिस्तान

- 14 अगस्त 1947 को फिर शुरू हुआ हिंदुओं का जनसंहार

- 20 लाख से ज्यादा हिंदुओं का हुआ कत्ल, लाखों महिलाओं का हुआ बलात्कार

- डेढ़ करोड़ से ज्यादा हिंदुओं को करना पड़ा था पलायन

#DIrectActionDay #डायरेक्ट_एक्शन_डे

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