विपक्षी नेता राहुल गांधी ने आज यानी मंगलवार को अपनी सोशल मीडिया चैनल पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने भारत में बढ़ते पेपर लीक के मामलों और इससे प्रभावित गरीब युवाओं के अधिकारों पर गंभीर सवाल उठाए।
राहुल गांधी ने इस वीडियो के माध्यम से पेपर लीक को गरीब युवाओं के सपनों को दबाने और उनके भविष्य को नष्ट करने का एक बड़ा हथियार बताया। उन्होंने यह भी कहा कि यह समस्या सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में युवा वर्ग इससे परेशान है।
राहुल गांधी ने खासकर बिहार में हुए बीपीएससी (BPSC) परीक्षा घोटाले का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि हाल ही में बिहार में हुई परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र लीक हो गए थे, और यह घटनाएं केवल उस राज्य तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे देश में भाजपा शासित प्रदेशों में ऐसी घटनाएं हो रही हैं। गांधी ने कहा कि इन घोटालों में लिप्त लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही और सरकार इन घटनाओं को नजरअंदाज कर रही है।
राहुल गांधी ने बिहार में बीपीएससी परीक्षा के बाद छात्रों के साथ मुलाकात की, जिन्होंने पेपर लीक और परीक्षा में धांधली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। छात्रों ने बताया कि परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं, और ऐसे में उनकी मेहनत पर पानी फिर जाता है। इसके अलावा, सरकार की तरफ से नॉर्मलाइजेशन और स्केलिंग जैसी प्रक्रिया अपनाकर छात्रों को उनके असल स्कोर से वंचित किया जाता है, जिससे रोजगार की कोई गारंटी नहीं मिल पाती।
राहुल गांधी ने गांधीवादी तरीके से विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए बर्बर लाठीचार्ज का भी कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि विरोध कर रहे छात्रों पर जबरदस्ती केस दर्ज किए जाते हैं और उनकी आवाज को दबाया जाता है। गांधी ने यह भी खुलासा किया कि बीपीएससी परीक्षा के 28 केंद्रों में धांधली हुई, लेकिन सरकार इन तथ्यों को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।
राहुल गांधी ने इस वीडियो के माध्यम से उन हजारों छात्रों की आवाज़ को संसद में उठाने का वादा किया, जो न्याय और पुनः परीक्षा (Re-exam) की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह केवल बिहार की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे देश के युवाओं की परेशानी है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वह इन युवाओं के संघर्ष में उनका साथ देंगे और किसी को भी उनके सपनों को कुचलने नहीं देंगे।