देश में लगातार लव जिहाद के मामला सामने आ रहे है. इस कड़ी में बिहार राज्य में लव जिहाद के कई मामले सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि बिहार में ईसाई मिशनरी लव जिहाद चला रहे है.
जानकारी के मुताबिक बिहार में हिंदू परिवार की बहन, बेटियों को तो पहले प्यार के जाल में फँसाया जा रहा है. उसके बाद उनसे शादी कर ईसाई मजहब अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है. बता दें वहाँ इस ईसाई लव जिहाद एक-दो नहीं बल्कि कई मामले सामने आए हैं.
बताया जा रहा है कि एक हिंदू परिवार के एक बेटी सुनीता लव जिहाद के शिकार हो चुकी है . बता दें सुनीता रहीं दो भाईयों और एक बहन के परिवार में वो सबसे छोटी हैं, 17 साल के उम्र में पड़ोसी जॉन ने उसे अपने प्रेमजाल में फंसाया.
बता दें सुनीता उसके प्रेम जाल में ऐसे फंस चुकी थी कि अपना घर छोड़ दिया जिसके बाद जॉन के परिवारवालों ने 30 दिन बाद ही उन्हें ईसाई बना दिया. ये ही नहीं माया नाम की एक हिंदू लड़की की भी यही कहानी है ईसाई लड़के ने प्यार के जाल में फँसा शादी की, धर्म बदलवाया और फिर दो बच्चों के होने के बाद उसे छोड़कर चला गया .
बता दें सुनीता , माया जैसी कई लड़कियां है जो अपना धर्म छोड़ कर ईसाई मुस्लिम बन रही है. और इसके पीछे का मकसद है हिंदुत्व को खत्म कर ईसाई,मुस्लिम को बढ़ावा देना.
कम साक्षरता दर वाले इलाके हैं निशाने पर
ये दो ही नहीं बल्कि के बिहार के सीमांचल में सैकेड़ों लड़कियाँ ईसाईयों के इस नए लव जिहाद का शिकार हुई हैं. ये यहाँ ये बात भी ध्यान देने लायक है कि बिहार के सीमांचल में 1999 से लेकर 2005 के बीच गाँवों में चर्च बढ़ते चले गए हैं. इसमें भी शहरों को छोड़कर चर्च बनाने के लिए गाँवों को चुना गया है.
इसके पीछे भी तगड़ी साजिश हैं क्योंकि अररिया, 66, किशनगंज, पूर्णिया, भागलपुर मधेपुरा और बेगूसराय जैसे जिले साक्षरता दर में पीछे है. उनका मानना है यही कारण है कि वहाँ के लोगों का ब्रेनवॉश करना आसान है. और लड़कियां उनके प्रेम जाल में आसानी से फंस सकती है.