उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी उठापठक देखने को मिल रही है. दरअसल सपा और काग्रेंस के बीच का गठबंधन टुटते-टुटते बच गई. खबर आ रही है की दोनों पार्टियों में गठबंधन की फॉर्मूला तय हो गया है.
दोनों पार्टियों ने एक-साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. बुधवार यानी 21 फरवरी अखिलेश यादव ने बुधवार को स्पष्ट कहा कि यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन तय है. अंत भला तो सब भला.
जानकारी के मुताबिक शाम 5 प्रेस वार्ता होगी. जिसमें दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता भी शामिल हो जाएंगे. बतां दें दोनों दलों में डील तय हो चुकी है . किसी भी समय गठबंधन और सीटों का बंटवारे आज शाम तक फाइनल ऐलान हो सकता है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्पष्ट किया कि सपा और कांग्रेस के बीच कोई विवाद नहीं है. सीटों को लेकर बातचीत चल रही थी, जिस पर आपसी सहमति बन चुकी है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस को यूपी में गठबंधन फॉर्म्युले के तहत 17 सीटों का ऑफर है.
कांग्रेस को 17 सिटों का ऑफर
फाइनल डील के आधार पर कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में जिन 17 सीटें फाइनल हो रही हैं, उनमें- अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, रायबरेली, अमेठी, कानपुर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, सीतापुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, देवरिया, बाराबंकी, गाजियाबाद, मथुरा शामिल हैं।
3 सीटों पर फंसा था पेच
बता दें कि यूपी में कुल 80 सीटें है. सपा और कांग्रेस के बीच कुल तीन सीटें मुरादाबाद, बलिया, बिजनौर को लेकर बात अटकी हुई थी. अखिलेश यादव अभी तक 31 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुके हैं. एक दिन पहले ही गठबंधन टूटने की खबरों पर डिंपल यादव ने कहा था कि अभी बातचीत चल रही है. अगर गठबंधन फाइनल हो जाएगा तो बताया जाएगा.