श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति मामले की सुनवाई में डाली गई एक और बाधा दूर हो गई है। इस पर विश्व हिन्दू परिषद ने प्रयागराज हाई कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए मुस्लिम पक्ष से कहा है कि, वह अन्याय के साथ नहीं, बल्कि सत्य और न्याय के साथ खड़ा हो। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय महामंत्री बजरंग बागड़ा ने आज कहा है कि, पावन तीर्थ नगरी मथुरा में जो सब कुछ नंगी आँखों से भी प्रत्यक्ष दिख रहा है, आज कुछ लोग, उसे भी नकारने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि न्यायालय में प्लेसेज ऑफ वरशिप ऐक्ट की अथवा अवधि सीमा की कृत्रिम आड़ में जितनी बार भी मामले की सुनवाई को रोकने या उसमें अड़ंगा डालने का प्रयास किया गया, उतनी ही बार उन्हें न्यायालय से मुंह की खानी पड़ी है। अब समय या गया है कि एक ही मुद्दे पर बार-बार, माननीय उच्च न्यायालयों और सर्वोच्च न्यायालय का समय बर्बाद कर न्याय में रोड़ा बनने वालों पर रोक लगाई जाए। बागड़ा ने यह भी कहा कि बात चाहे काशी विश्वनाथ की हो या श्री कृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति की, तथ्य व सत्य सामने होने के बावजूद भी उनसे आँखें मूँद लेने की वृत्ति से बाहर आकर राष्ट्रीय धारा के साथ रहने और सामाजिक सौहार्द बढ़ाने में सहभागी बनना चाहिए।
बात दें कि, गुरुवार को मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि और अवैध मस्जिद ढांचा विवाद में हिंदू पक्ष की बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। प्रयागराज हाईकोर्ट का फैसला हिंदुओं के पक्ष के में आया है। प्रयागराज हाईकोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की आपत्तियों को खारिज कर दिया। प्रयागराज हाईकोर्ट का फैसला मंदिर-मस्जिद विवाद में चल रहे केस की पोषणीयता पर आया है। ऑर्डर 7 रूल 11 के तहत मुस्लिम पक्ष द्वारा की गई आपत्तियों को प्रयागराज हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। उच्च न्यायालय ने हिंदू पक्ष की तरफ से दाखिल किए गए 15 मुकदमों में अंतरिम फैसला सुनाते हुए अपने फैसले में कहा कि, हिंदू पक्ष के सभी आर्जिया सुनवाई के योग्य हैं।