रविवार सुबह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हरिहर मंदिर को तोड़ कर बनाई गई शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। इस हिंसा ने ना केवल इलाके में भय का माहौल पैदा किया, बल्कि यह संसद तक पहुंच गया, जहां विपक्षी दलों ने इस मामले को शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा में उठाने की कोशिश की।
हालांकि, सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। संभल हिंसा के बाद इलाके में हाई अलर्ट घोषित किया गया है, और सुरक्षा व्यवस्था को काफी सख्त किया गया है। अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है, साथ ही इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है।
इलाके में कर्फ्यू और कड़ी सुरक्षा
संभल में हालात को काबू में करने के लिए जिला प्रशासन ने अघोषित कर्फ्यू और सीमा पर कड़ी चेकिंग की व्यवस्था लागू की है। जिला मजिस्ट्रेट ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि बिना अनुमति के किसी भी बाहरी व्यक्ति या राजनीतिक/social संगठन के सदस्य को जिले में प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके अलावा, संभल में सुरक्षा के लिए आसपास के जिलों के पुलिस बल को भी तैनात किया गया है।
हिंसा में मरने वालों की संख्या पर पुलिस का बयान
हिंसा में मरने वालों की संख्या को लेकर कई तरह की अफवाहें फैल रही थीं। मुरादाबाद के डीआईजी मुनिराज जी ने इन अफवाहों का खंडन करते हुए कहा कि कुल तीन शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया है, जबकि एक और व्यक्ति की इलाज के दौरान मुरादाबाद में मृत्यु हुई। उन्होंने बताया कि मरने वालों की संख्या पांच होने की कोई पुष्टि नहीं है और मौत के कारण पोस्टमॉर्टम के बाद ही स्पष्ट होंगे।
पथराव और पुलिस की प्रतिक्रिया
संभल में हिंसा का आगाज उस समय हुआ जब उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी। इसके बाद, पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। मुरादाबाद के डिवीज़नल कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह के अनुसार, सर्वे टीम पर जब तीन तरफ से पथराव किया गया, तो पुलिस ने स्थिति को काबू करने के लिए बल प्रयोग किया।
गोलीबारी और घायल पुलिसकर्मी
घटनास्थल पर गोलीबारी भी हुई, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस अधीक्षक के पीआरओ के पैर में गोली लगी, जबकि डिप्टी कलेक्टर का पैर फ्रैक्चर हो गया। इस दौरान 15-20 पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ और तनाव
हिंसा के बाद, समाजवादी पार्टी के सांसद ज़ियाउर्रहमान बर्क ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गोली चलाई, जिससे शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। इस दौरान, शहर में शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है। संभल में हुई इस हिंसा ने जिले में तनाव बढ़ा दिया है। पुलिस और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हैं, और लगातार सुरक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।