प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी मंगलवार को 'संविधान दिवस समारोह' में हिस्सा लेंगे। यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिसमें पीएम मोदी उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन शाम 5 बजे होगा, और इसमें भारत के मुख्य न्यायाधीश सहित सर्वोच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीश भी भाग लेंगे। वह भारतीय न्यायपालिका की वार्षिक रिपोर्ट (2023-24) भी जारी करेंगे।
बता दें कि संविधान दिवस, 26 नवंबर को मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन 1949 में भारतीय संविधान को स्वीकार किया गया था। यह दिन भारतीय लोकतंत्र की नींव और देश के संविधान की महत्ता को याद करने का अवसर होता है। भारतीय संविधान न केवल देश के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि यह देश की न्याय व्यवस्था, प्रशासनिक संरचना और राजनीतिक ढांचे की रूपरेखा भी तैयार करता है।
इस दिन विशेष रूप से संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को भी याद किया जाता है, जिन्होंने भारतीय संविधान के मसौदे को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। संविधान दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन भारतीय संविधान के प्रति सम्मान और उसके योगदान को उजागर करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होता है।
इस साल के संविधान दिवस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा भारत के मुख्य न्यायाधीश, अन्य न्यायाधीश, और देश के प्रमुख कानूनी अधिकारी भी उपस्थित होंगे। यह कार्यक्रम भारतीय न्याय व्यवस्था और संविधान की अहमियत को रेखांकित करने के साथ-साथ न्यायपालिका के स्वतंत्रता और सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
भारत का संविधान दुनिया के सबसे विस्तृत और जटिल संविधान में से एक है, और इसका उद्देश्य केवल सरकार के ढांचे को परिभाषित करना ही नहीं, बल्कि समाज में समानता, न्याय और स्वतंत्रता के सिद्धांतों को लागू करना भी है।
बता दें कि संविधान दिवस का यह कार्यक्रम भारतीय लोकतंत्र के प्रतीक के रूप में आयोजित किया जाता है, और यह यह सुनिश्चित करने के लिए एक स्थायी प्रयास है कि संविधान की आत्मा, जो समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व पर आधारित है, हमेशा जीवित रहे।