भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) ने अंडमान जलक्षेत्र में करीब पांच टन नशीली दवाओं का जखीरा जब्त किया है। यह खेप मछली पकड़ने वाली एक नाव से बरामद की गई। रक्षा अधिकारियों के अनुसार, यह अब तक की सबसे बड़ी नशीली दवाओं की खेप हो सकती है।
बड़ी जब्ती की जानकारी
रक्षा अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि तटरक्षक बल ने यह कार्रवाई अंडमान जलक्षेत्र में की थी। हालांकि, इस ऑपरेशन के बारे में पूरी जानकारी अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
ड्रग्स तस्करी पर कड़ी कार्रवाई
यह जब्ती तस्करी और मादक पदार्थों के खिलाफ चल रही निरंतर कार्रवाई का हिस्सा है। मादक पदार्थों के तस्करी नेटवर्क और तस्करों के खिलाफ हाल के महीनों में कई बड़ी कार्रवाईयां की गई हैं। इस महीने की शुरुआत में लगभग 700 किलोग्राम मेथमफेटामाइन (मेथ) जब्त किया गया था। वहीं, गुजरात तट से आठ ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार भी किया गया।
'सागर मंथन' ऑपरेशन
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने इस अभियान का नाम 'सागर मंथन - 4' रखा है। यह अभियान खुफिया सूचनाओं के आधार पर शुरू किया गया था और इसमें भारतीय नौसेना, गुजरात पुलिस और आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने मिलकर काम किया।
समुद्री मार्ग से बढ़ती तस्करी
इस साल, एंटी-नारकोटिक्स एजेंसियों ने समुद्री मार्ग से तस्करी किए गए 3,500 किलोग्राम नशीली दवाओं को जब्त किया है। इन घटनाओं में 11 ईरानी और 14 पाकिस्तानी नागरिकों की गिरफ्तारी भी की गई है। एनसीबी के अनुसार, ये सभी विदेशी नागरिक वर्तमान में जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
इस प्रकार की कार्रवाइयों से यह साफ़ होता है कि भारत में ड्रग्स तस्करी पर कड़ी नजर रखी जा रही है और हर संभव कदम उठाया जा रहा है ताकि मादक पदार्थों की तस्करी पर नियंत्रण पाया जा सके।