प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रोजगार मेला कार्यक्रम के तहत 71,000 नए कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने देश के विकास में युवाओं की भूमिका को अहम बताया और कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए युवा प्रतिभाओं के कौशल को सही दिशा में प्रक्षिप्त करना जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि एक विकसित राष्ट्र के लिए युवाओं की क्षमता का सही तरीके से इस्तेमाल बेहद जरूरी है। इसके लिए शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता थी, और यही कारण है कि लंबे समय से एक आधुनिक शिक्षा व्यवस्था की आवश्यकता महसूस हो रही थी, जो देश को 'नया भारत' बनाने में मदद कर सके।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति से नया मार्ग
पीएम मोदी ने कहा कि अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत देश शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव कर चुका है। पहले शिक्षा व्यवस्था छात्रों पर बोझ बनकर रह जाती थी, लेकिन अब यह छात्रों को नए विकल्प प्रदान कर रही है और उनके भविष्य को उज्जवल बना रही है।
भाषा को लेकर की गई नीति में बदलाव
उन्होंने यह भी बताया कि पहले ग्रामीण, दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के युवाओं के लिए भाषा एक बड़ी समस्या बन जाती थी। लेकिन अब सरकार ने मातृभाषा में पढ़ाई और परीक्षा आयोजित करने का प्रावधान किया है, जिससे इन समुदायों के युवाओं को राहत मिली है।
13 भाषाओं में भर्ती परीक्षाओं की सुविधा
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि अब उनकी सरकार युवाओं को 13 अलग-अलग भाषाओं में भर्ती परीक्षा देने का विकल्प दे रही है। इसके अलावा, सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरी देने के लिए विशेष भर्ती रैलियां आयोजित की जा रही हैं। अब तक 50,000 से अधिक युवाओं को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में नियुक्ति पत्र मिल चुके हैं।