भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में आज से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ मनाई जाएगी। 11, 12 और 13 जनवरी 2025 को आयोजित होने वाले इस भव्य उत्सव के लिए पूरी अयोध्या तैयार है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस आयोजन की पूरी तैयार की है, जिसमें धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-अर्चना और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे। वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद राम मंदिर पहुंचकर महाआरती में भाग लेंगे, और रामलला के अभिषेक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी निभाएंगे।
अयोध्या में आज से उत्सव शुरू
बता दें कि आज, 11 जनवरी को पौष शुक्ल द्वादशी के दिन रामलला के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का पहला वार्षिक उत्सव मनाया जाएगा। यह आयोजन सुबह से शुरू हो गई है, इसके बाद भगवान रामलला का अभिषेक शुरू होगा। 12:20 बजे भगवान की महाआरती का आयोजन होगा, जिसमें मंदिर परिसर में हजारों भक्त एकत्र होंगे और आरती में भाग लेंगे। इस अवसर पर भगवान को 56 प्रकार के व्यंजन का भोग अर्पित किया जाएगा।
सीएम योगी लेंगे महाआरती में भाग
सीएम योगी आदित्यनाथ रामलला के अभिषेक में स्वयं भाग लेंगे। यह उनका इस आयोजन के प्रति श्रद्धा और समर्पण को दर्शाता है। इसके बाद दोपहर 3:00 से 5:00 बजे तक राम कथा का आयोजन होगा, जिसमें राम के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं का वर्णन किया जाएगा। शाम 6:00 बजे से रात 9:00 बजे तक विशेष भव्य संगीत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश के प्रख्यात संगीतज्ञ भगवान राम के समक्ष राग सेवा प्रस्तुत करेंगे।
तीन दिन तक चलेगा भव्य समारोह
इस तीन दिवसीय आयोजन में अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रदेश सरकार ने सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के उत्सव में भाग ले सकें। इस दौरान यातायात व्यवस्था भी खासतौर पर ध्यान में रखी जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की भीड़-भाड़ और अव्यवस्था से बचा जा सके।
इस वर्षगांठ के अवसर पर अयोध्या में देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने की उम्मीद है। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का यह उत्सव न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय समाज की सांस्कृतिक धरोहर और एकता का प्रतीक भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या दौरा लगभग पांच घंटे का होगा, जिसमें वे राम मंदिर परिसर में आयोजित विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के इस विशेष अवसर पर अयोध्या के स्थानीय लोग और दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु इसे एक ऐतिहासिक पल मानते हैं। इस अवसर पर आयोजित होने वाले धार्मिक अनुष्ठान और कार्यक्रम भगवान राम के प्रति भक्तों की अडिग आस्था और श्रद्धा का प्रतीक हैं। इस भव्य आयोजन के माध्यम से न केवल राम मंदिर के महत्व को महसूस किया जाएगा, बल्कि यह अयोध्या को विश्वभर में एक प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में भी स्थापित करेगा।