पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संवेदनशील शामली जिले में आज एक बड़ी मुठभेड़ घटी, जिसने इलाके को दहला दिया। यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने कई आपराधिक मामलों में वांछित एक इनामी बदमाश अरशद समेत उसके अन्य साथियों को ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ शामली जिले के झिंझाना इलाके में हुई। एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार, इस मुठभेड़ में कुल चार बदमाश मारे गए हैं, जबकि एक एसटीएफ इंस्पेक्टर घायल हो गया है। घायल इंस्पेक्टर को इलाज के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल भेजा गया है।
मारे गए बदमाशों का आपराधिक इतिहास
STF ने मीडिया को जानकारी दी कि मुठभेड़ के दौरान मारे गए बदमाशों में अरशद, मंजीत, सतीश और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। इन बदमाशों पर लूट, डकैती और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप थे। अरशद, जो कि मुस्तफा कग्गा गिरोह का सदस्य था, पर लूट के मामले में एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। वह थाना बेहट, सहारनपुर का वांछित अपराधी था। मुठभेड़ में एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील को भी गोली लगी, जिन्हें गंभीर हालत में मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पुलिस पर गोलियों की बौछार, 40 मिनट तक चली फायरिंग
STF ने बताया कि बदमाशों ने मुठभेड़ के दौरान करीब 40 मिनट तक पुलिसकर्मियों पर अंधाधुंध गोलियां चलायीं। इस दौरान लगभग 30 राउंड फायरिंग की गई। इसके बावजूद, एसटीएफ ने रणनीतिक तरीके से जवाबी कार्रवाई करते हुए चार बदमाशों को मार गिराया। यह मुठभेड़ उत्तर प्रदेश में दशकों बाद घटित हुई एक बड़ी घटना है, जो यूपी पुलिस की ताकत और रणनीति को उजागर करती है।
शामली एनकाउंटर: यूपी का सबसे बड़ा मुठभेड़
यह मुठभेड़ 2004 के जौनपुर मुठभेड़ के बाद यूपी का सबसे बड़ा मुठभेड़ माना जा रहा है। उस समय बावरिया गिरोह के आठ बदमाशों को मुठभेड़ में मारा गया था। अब 2025 में, यूपी एसटीएफ ने शामली में चार खूंखार अपराधियों को ढेर कर दिया, जिससे इलाके में शांति का माहौल बहाल हुआ है।