महाकुंभ का आज 26वां दिन है, और संगम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। शुक्रवार को संगम क्षेत्र में बृहद संख्या में लोग स्नान के लिए पहुंचे हैं। महाकुंभ के इस दिन के बाद, शनिवार और रविवार को श्रद्धालुओं की संख्या में और वृद्धि हो सकती है। इसे देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। सुरक्षा और भीड़ की निगरानी सख्त कर दी गई है, ताकि किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घटे। संगम पर श्रद्धालुओं को रुकने की अनुमति नहीं दी जा रही है, ताकि भीड़ अधिक न हो।
महाकुंभ में इस समय ज्यादातर अखाड़ों ने अपनी पैकिंग शुरू कर दी है, और इसी कारण से श्रद्धालुओं को अब अखाड़ों के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। प्रशासन के अनुसार, महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी को हुई थी, और अब तक करीब 40 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। यह संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मेला अभी 19 दिनों तक और चलेगा, जिससे श्रद्धालुओं की संख्या में और वृद्धि हो सकती है।
महाकुंभ के इस विशेष अवसर पर विभिन्न महत्वपूर्ण राजनीतिक हस्तियां भी प्रयागराज पहुंचने वाली हैं। आज गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास, और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह महाकुंभ में सम्मिलित होंगे। इसके अलावा, मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा अन्य मंत्रियों के साथ प्रयागराज पहुंचेंगे। इन नेताओं का महाकुंभ में आना धार्मिक महत्व के साथ-साथ राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
महाकुंभ के चलते प्रयागराज में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने यह घोषणा की है कि 12 फरवरी तक जिले में 8वीं तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे, और क्लासेज ऑनलाइन चलेंगी। इससे छात्रों को महाकुंभ की भीड़ और यातायात में होने वाली परेशानी से बचाया जा सकेगा।
महाकुंभ में अब तक लाखों लोग भाग ले चुके हैं, और इस आयोजन के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए प्रशासन ने इसे सफल बनाने के लिए कई तरह के कदम उठाए हैं। इस महाकुंभ का समापन 19 फरवरी को होगा, जब हजारों लोग संगम के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाएंगे।