सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान सम्पादक सुरेश जी का जन्मदिन आज देश और दुनिया भर में उनके समर्थक मना रहे हैं. उनके समर्थको ने उनके जन्मदिन पर आज #HBDSureshChavhanke ट्रेंड चला रहे हैं जो वर्तमान में ट्विटर के टॉप ट्रेंड में चल रहा है.
आज समय है इस चैनल के प्रधान सम्पादक सुरेश चव्हाणके जी के बारे में जानने का. कभी उनको हिंदूवादी बोला गया तो कभी मुस्लिम विरोधी. लेकिन असले में वो सिर्फ उनके विरोधी हैं जो राष्ट्र विरोधी है और उनके दुश्मन हैं, जो हिन्दू और हिंदुत्व का दुश्मन है. बेवजह उन्होंने कभी किसी को गलत नहीं कहा.
उन्हें बचपने से ही दिखने लगा था वो सब कुछ जो कभी वीर सावरकार जी अपने उद्बोधन में बताया करते थे. वो जान चुके थे कि कहीं से कोई जहर है जो धीरे धीरे भारत की संस्कृति में घुल रहा है. उन्होंने छत्रपति शिवाजी को भी बहुत पढ़ा और ये जाना कि किस प्रकार से हिन्दू और हिंदुत्व लगातार विदेशी ही नहीं बल्कि एक विशेष प्रकार से आतंकी हमले से जूझता आया है और छत्रपति सम्भाजी महराज व् महाराणा प्रताप जैसे न जाने कितने वीरो के बलिदान ले चुका है.
जब उन्होंने देखा कि देश को जिन आतंकी साजिशो से गुजरना पड़ रहा है उसमे से मुख्य है बौद्धिक आतंकवाद. उस बौद्धिक आतंकवाद की जड में उस समय मीडिया के कुछ विशेष वर्ग थे जो एकतरफा हिन्दू और हिन्दुओं के खिलाफ खबर चला कर हिन्दुओं से ही TRP पा रहे थे. इस धारा को बिना TRP के मोह के मोड़ने का प्रयास किया सुरेश चव्हाणके जी ने और आज देश की मीडिया की दिशा और दशा बदल चुकी है.
बाल्यकाल से ही राष्ट्र और धर्म प्रेम की शिक्षा से ओत प्रोत , एक राष्ट्रवादी कुल मे जन्मे सुरेश चव्हाणके जिन्हे बचपन से ही सत्य सनातन धर्म की चिंता थी… किशोरावस्था मे राष्ट्रवादी छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का नेतृत्व किया. अन्याय , अत्याचार , भ्रष्टाचार के विरुढ़ सदा से एक बुलंद आवाज़ बनने की प्रेरणा ने उन्हे सर्वथा विषम परिस्तिथि मे भी एक न्यूज चैनल खोलने के लिए प्रेरित किया जो बाद मे धर्म और राष्ट्र की एक बुलंद आवाज़ सुदर्शन न्यूज के रूप मे सामने आई.