सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक धर्मयोद्धा डॉ सुरेश चव्हाणके जी का 53वां जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ आज यानी मंगलवार को नोएडा स्थित सुदर्शन न्यूज़ के मुख्यालय में मनाया गया। इस जन्मदिन कार्यक्रम की तैयारी कई सप्ताह से की जा रही थी जो 18 फरवरी के पुण्य दिन पर भव्य रूप में सम्पन्न हुआ।
श्री सुरेश चव्हाणके जी के जन्मदिन के अवसर पर अतिथि के रूप में देश के लगभग हर राज्य से संवाददाता, ब्यूरो चीफ, कई राष्ट्रवादी और हिन्दुत्ववादी संगठनों के कार्यकर्ता आयोजन की शोभा बढ़ाने के लिए उपस्थित हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत दीपप्रज्ज्वलन के साथ नरेश शर्मा, डॉ सुरेश चव्हाणके, व अन्य गणमान्य ने की। टीवी पर और परदे के पीछे अपना पुरुषार्थ लगाने वाले सुदर्शन परिवार के सभी सदस्य प्रखर राष्ट्रवादी पत्रकार सुरेश जी के जन्मोत्सव के मौके पर एकत्रित हुए। मंच पर सुरेश चव्हाणके जी का मंत्रोच्चार और करतल द्वाणी के साथ जोरदार स्वागत हुआ। इससे पहले सभी आगंतुकों के लिए मध्याहन-भोजन का प्रबंध किया गया था।
जन्मोत्सव कार्यक्रम में सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले कई अतिथियों और सुदर्शन न्यूज़ के लिए उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले पत्रकारों को सुरेश चव्हाणके जी के करकमलों द्वारा पुरस्कृत व सम्मानित किया गया। अपने उत्साहवर्धक व प्रेरणादायक अभिभाषण में हिन्दू हृदय सम्राट श्री सुरेश चव्हाणके जी ने कई घोषणाएं भी की।
डॉ सुरेश चव्हाणके जी ने हिन्दू दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, हमें यह तय करना होगा कि मैं कौन हूँ? मैं क्यों आया हूँ? और मुझे क्या करना है? अपने गुरु के वाक्य को दोहराते हुए उन्होंने बताया कि, जब वे एक साधारण परिवार से निकाल कर न्यूज़ चैनल की शुरुआत कर रहे थे तब उनके गुरु ने कहा, "अगर तुम्हारा संकल्प सत्य है, तो पूरी प्रकृति तुम्हारी मदद करेगी। क्योंकि हमारा लक्ष्य व्यक्तिगत हित नहीं है, बल्कि राष्ट्र हित है।"
घुसपैठिया मुक्त महाराष्ट्र की ओर कदम
सुरेश चव्हाणके जी ने बताया कि, हम हर वर्ष 15 अगस्त को वर्ष भर का एजेंडे पर बात करते हैं। हमने पिछले जून में तय किया था कि हम घुसपैठ को मुद्दा बनाएंगे। इस देश में अवैध घुसपैठिए 10 करोड़ है। इन सब लोगों को बाहर निकालने के लिए आंदोलन करना चाहिए। तो हमने देशभर की कुछ वरिष्ठ पत्रकार नेताओं साधु संतों से इस मुद्दे पर भेंटकर बात की। उनसे हमने कहा कि यह मुद्दा गर्म भी होगा और सॉल्व भी होगा, क्योंकि इसे सुदर्शन न्यूज़ उठाएगा। हमने इस मुद्दे को उठाया और समर्थन में देश भर से कई करोड़ मिस्ड कॉल आएं हैं। महाराष्ट्र के कोने-कोने से अवैध घुसपैठियों को निकालने में हम मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार के साथ खड़े हैं। महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में भी अवैध घुसपैठियों के खिलाफ हमने आवाज उठाई जिसका असर देखा गया। आने वाले समय में देशभर से घुसपतियों को निकालने के लिए हमें NRC लानी है।
हिन्दू हृदय सम्राट का ऐतिहासिक ऐलान
धर्मयोद्धा श्री चव्हानके जी ने सार्वजनिक मंच से पहली बार एक महत्वपूर्ण घोषणा भी की। अपने जन्मदिन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि, "हमने मीडिया जगत में आकर भारत के मीडिया का चित्र बदल दिया और देशभर के मीडिया चैनल को अपनी भाषा में बोलने के लिए मजबूर कर दिया। अब हम देख रहे हैं कि हमारी लड़ाई लंबी है जिसके लिए समाज खड़ा करना होगा और उसके लिए हमने तय किया है कि हम एक विश्वविद्यालय शुरू करेंगे। और इस यूनिवर्सिटी का नाम होगा 'छत्रपति शिवाजी महाराज विश्वविद्यालय'।"
उन्होंने बताया कि, यह विश्व का एक मात्र ऐसा विश्वविद्यालय होगा जिसका विषय 'सुरक्षा' होगा। जिसमें सीमा सुरक्षा, इंटरनल सिक्योरिटी, सांस्कृतिक सुरक्षा, वित्तीय सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, विषय को लेकर हम व्यक्ति तैयार करेंगे जो हिंदू समाज की सुरक्षा और नेतृत्व करेगा। KG से PG तक के लिए अगले शैक्षणिक वर्ष से सुदर्शन का यह गुरुकुल शुरू होगा। यहां बच्चों को शस्त्र से लेकर शास्त्र वेद पुराण सब सिखाया जाएगा जो अन्य विद्यालयों या विश्वविद्यालयों में नहीं सिखाया जाता है। उनकी कक्षाएं और व्यवस्थाएं उनके शरीर प्रकृति के अनुसार अलग-अलग होगी। यह विश्वविद्यालय अथवा गुरुकुल यह शिक्षा क्षेत्र का समाधान होगा। 2025 की 18 फरवरी का यह दिन हिन्दुस्थान की शिक्षा जगत में क्रांति का संकल्प लिया गया, इस रूप में जाना जाएगा।
उन्होंने आगे बताया की 'छत्रपति शिवाजी महाराज विश्वविद्यालय' जिसकी एफिलीऐशन भारत शिक्षा बोर्ड के साथ होगी, इसके माध्यम से हम एक अंतर्राष्ट्रीय फोरम बनाने जा रहे हैं जिसका नाम होगा 'इंटरनेशनल अलायंस अगेन्स्ट जिहाद'। वहीं यह भी घोषणा की कि जो हिन्दू दो बच्चों के बाद तीसरा बच्चा या उससे अधिक बच्चे पैदा करेगा उनकी पूरी शिक्षा की जिम्मेदारी सुदर्शन का यह विश्वविद्यालय उठाएगा।