महाकुंभ 2025 के 38वें दिन 19 फरवरी को, प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा। सुबह 10 बजे तक लगभग 49.2 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया, जिससे कुल संख्या 56.36 करोड़ तक पहुंच गई। महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्वों के बाद भी श्रद्धालुओं की यह भारी भीड़ दर्शाती है कि आस्था का यह महापर्व लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ रहा है। फाल्गुन मास में भी त्रिवेणी संगम तट पर श्रद्धालुओं की उपस्थिति निरंतर बनी हुई है, जो भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति उनकी गहरी आस्था को दर्शाता है।
बता दें कि महाकुंभ में अब तक 38.97 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई है। बसंती पंचमी के अवसर पर डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों ने शाही स्नान किया, जबकि 10 लाख से अधिक श्रद्धालु कल्पवास कर रहे हैं। महाकुंभ के 38वें दिन, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और धर्मेंद्र प्रधान ने संगम में डुबकी लगाई। उन्होंने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति की अखंडता और शक्ति का प्रतीक है।
महाकुंभ के दौरान, प्रयागराज में यातायात व्यवस्था पर भी दबाव बढ़ गया है। सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें और जाम की स्थिति बनी रहती है। पुलिस प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग और अन्य उपाय किए हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की भारी संख्या के कारण चुनौतियां बनी रहती हैं।
महाकुंभ 2025 का आयोजन भारतीय संस्कृति और धर्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो न केवल देशवासियों बल्कि विदेशियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह आयोजन आस्था, संस्कृति और एकता का प्रतीक है, जो हर व्यक्ति को अपनी जड़ों से जोड़ता है। महाकुंभ 2025 के 38वें दिन की घटनाओं और श्रद्धालुओं की उपस्थिति को लेकर अधिक जानकारी के लिए, आप नीचे दिए गए वीडियो देख सकते हैं।