होलिका दहन हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण पर्वों में से एक है, जो हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल होलिका दहन 13 मार्च यानी गुरुवार को होगा। हालांकि, यह रंग वाली होली से एक दिन पहले होता है, और इसे भद्राकाल से बचकर करना शुभ माना जाता है।
भद्राकाल और होलिका दहन का मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, 13 मार्च को होलिका दहन का मुहूर्त रात 11.26 मिनट से लेकर 12.30 मिनट तक रहेगा। इसके बाद, लगभग 1.04 मिनट तक यह मुहूर्त जारी रहेगा। इस दौरान, भद्राकाल रात 10.30 मिनट तक रहेगा, और उसके बाद ही होलिका दहन करना उचित माना जाएगा।
धृति योग और शूल योग
इस दिन विशेष रूप से दो महत्वपूर्ण योग बन रहे हैं। पहला है धृति योग, जो 13 मार्च को दोपहर 1.03 मिनट तक रहेगा। यह योग अत्यंत शुभ माना जाता है, और इसमें जो लोग जन्म लेते हैं, वे धैर्य और धीरज रखने वाले होते हैं।
वहीं, दूसरा योग है शूल योग, जो 14 मार्च, शुक्रवार को दोपहर 1.23 मिनट तक रहेगा। यह एक दुर्लभ योग होता है, और इस दौरान होलिका दहन और रंगों के पर्व की तैयारी विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है।
होलिका दहन और होली के दिन बनने वाले इन दुर्लभ योगों का असर धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं में खास महत्व रखता है। इस साल इन मुहूर्तों का पालन कर लोग सुख-समृद्धि और शांति की कामना कर सकते हैं।