दिल्ली के छावला इलाके से एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है, जिसमें आसिफ ने हिन्दू लड़की की बेरहमी से हत्या कर दी। यह मामला 20 मार्च को तब सामने आया, जब पुलिस को नहर में तैरते हुए एक लड़की का शव मिला। शव की पहचान कोमल के रूप में हुई, जो सीमापुरी इलाके के सुंदर नगरी की रहने वाली थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी आसिफ को गिरफ्तार कर लिया।
हत्या की पूरी साजिश
बता दें कि कोमल का शव 20 मार्च को छावला इलाके की नहर में तैरता हुआ मिला। स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी, और मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। शव की पहचान के बाद यह सामने आया कि कोमल 12 मार्च से लापता थी और उसके परिवार ने उसी दिन सीमापुरी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस जांच में यह तथ्य सामने आया कि कोमल और आसिफ एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे। आसिफ एक टैक्सी ड्राइवर था, और दोनों के बीच एक घनिष्ठ मित्रता थी। 12 मार्च को आसिफ ने कोमल को अपनी टैक्सी से सीमापुरी से छावला ले जाया था, जहां दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई। बहस इतनी बढ़ गई कि आसिफ ने गुस्से में आकर कोमल का गला घोंटकर उसे मार डाला। हत्या के बाद आसिफ ने शव को ठिकाने लगाने के लिए एक खौ़फनाक साजिश रची। उसने शव को पत्थरों से बांधकर छावला नहर में फेंक दिया, ताकि पानी में शव डूब जाए और कोई सुराग न मिले।
हत्या का खुलासा
कोमल की हत्या के बारे में सबसे पहले तब पता चला जब 17 मार्च को स्थानीय लोगों ने नहर में तैरते हुए शव को देखा। इस सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव की शिनाख्त शुरू की। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि मृतका कोमल 12 मार्च से लापता थी। पुलिस ने आसिफ से पूछताछ की, और शक के आधार पर उसे गिरफ्तार किया। शुरुआत में वह अपने बयान में बार-बार बदलाव करता रहा, लेकिन गहन पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध कबूल कर लिया।
आसिफ ने बताया कि उसने गुस्से में आकर कोमल का गला घोंट दिया और फिर शव को छावला नहर में फेंक दिया, ताकि शव के बारे में कोई सुराग न मिले। उसके बाद पुलिस ने आसिफ को न्यायिक हिरासत में भेज दिया और इस मामले की आगे की जांच जारी रखी।