झारखंड के हजारीबाग में बड़ी संख्या में लोगों की घर वापसी हुई है. बताया जा रहा है कि 67 परिवारों के 120 लोगों ने सनातन धर्म अपनाया है. वहीं कार्यक्रम में विधि-विधान के साथ लोगों की घर वापसी कराई गई है.
जानकारी के अनुसार, इस कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री देवी सिंह, अध्यक्ष और जिला संघ चालक आरएसएस श्रद्धानंद सिंह, इचाक पूर्वी जिला परिषद रेणु देवी, मुखिया सीता देवी, ग्राहक पंचायत के अरविंद राणा, अरविंद मेहता, सहित स्थानीय प्रतिनिधि तथा ग्राम वासियों ने पैर धोकर उनकी घर वापसी कराई.
67 परिवारों के 120 लोग सनातन धर्म में की घर वापसी
बता दें कि हजारीबाग के इचाक प्रखंड के बरकाखुर्द, सायल कला गांव और मामरख टोला के करीब एक सौ महिलाओं और पुरुषों ने ईसाई धर्म कबूल लिया था. सूचना पाकर पंचायत प्रतिनिधियों, समाजसेवियों ने सामूहिक पहल कर ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए उनके साथ सद्भावना सभा कर रविवार को बरका खुर्द शिव मंदिर में समझाया बुझाया.
जानिए पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि जो लोग घर वापसी करने जा रहे हैं, वे सभी कभी हिंदू ही थे. लेकिन, उन्हें सालों पहले ईसाई मिशनरियों बरगलाकर ईसाई बना दिया था. इसी कारण वे लंबे वक्त से ही वे ईसाई पंथ का पालन करते आ रहे थे. हालांकि, जन्म से ही सनातनी होने के कारण वक्त के साथ वो फिर से दोबारा से घर वापसी करने की कोशिशें करते रहे.
इसी के चलते सभी लोगों ने हिंदू संगठनों से संपर्क किया और बाद में इसकी सूचना दी. शिव मंदिर में सभी लोगों को एकत्रित किया गया. सद्भावना सभा में सभी ग्रामीणों की बात मानते हुए 67 परिवारों के 120 लोग ईसाईयत को छोड़कर घर वापसी की.