उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित मदरसा जामिया हबीबिया को सील कर दिया गया है। बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बिना मान्यता के संचालन हो रहे मदरसा जामिया हबीबिया को सील किया है। कुछ दिन पहले मदरसे में नकली नोट बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। साथ ही नफरत के पिटारे के तौर पर, आरएसएस और हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ साहित्य बरामद हुआ था।
अब पुलिस और प्रशासन की टीम ने मदरसे पर कार्रवाई करते हुए उसे सील कर दिया है। इससे पहले वहां रह रहे 70 बच्चों को घर भेजा गया है। बताया जाता है कि इस ब्रेन वाश करने वाले मदरसा को हर साल तुर्की और सऊदी से 48 लाख चंदा मिल रहा था।
मदरसे की आड़ में नोटों की फैक्ट्री
प्रयागराज में एक मदरसे के अंदर नकली नोट छापने का मामला सामने आया था। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जामिया हबीबिया मदरसे को सील कर दिया है। यहां 1 लाख 30 हजार रुपए के नकली नोट मिले थे। प्रयागराज पुलिस ने मदरसे से संचालित नकली नोट छापने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही आज मदरसे को भी सील कर दिया गया है। नकली नोट छापने की फैक्ट्री बना यह मदरसा प्रयागराज शहर के अतरसुइया इलाके में है। यहां बड़ी संख्या में छात्र तालीम हासिल करते है। मदरसे के एक हिस्से में मस्जिद है।
बच्चों के ब्रेन वाश का सारा इंतजाम
दरअसल, पुलिस ने 28 अगस्त को मदरसे पर छापा मारा था। इस छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे हुए। छापेमारी के दौरान पुलिस को न सिर्फ नकली नोट और नकली नोट छापने वाली मशीन मिलीं, बल्कि कुछ आपत्तिजनक किताबें भी मिलीं। इस मदरसे में एक ऐसी किताब मिली है, जिसमें आरएसएस विरोधी बातें लिखी हैं।
यह किताब महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक एसएम मुशर्रफ ने लिखी है। बता दें कि, महाराष्ट्र के रिटायर्ड आईजी मुशर्रफ ने मुंबई 26/11 पर कई आपत्तिजनक किताबें भी लिखी थीं। ये सभी किताबें ऑनलाइन भी बेची जा रही हैं।