देवभूमि उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में एक हिन्दू महिला ने मुस्लिम प्रेमी के साथ मिल कर अपने पति की हत्या कर दी है। हत्या के बाद लाश को गेहूँ के खेत में फेंक दिया गया था। पुलिस के आगे रोने का नाटक भी किया गया। मृतक का नाम हरीश था जो आरोपित रईस अहमद का साथी था। हरीश अपने दोस्त रईस अहमद पर विश्वास कर के अपने घर में बुलाता था। यही विश्वास हरीश की हत्या का कारण बना। पुलिस ने रईस अहमद और हत्यारोपित पत्नी पारुल को गिरफ्तार कर लिया है।
यह घटना उधमसिंह नगर जिले के कोतवाली क्षेत्र किच्छा की है। 15 मार्च को यहाँ के गाँव मल्ली देवरिया में रहने वाला हरीश कुमार अपने घर से अचानक ही गायब हो गया। 17 मार्च को हरीश की पत्नी पारुल ने अपने पति की गुमशुदगी पुलिस में दर्ज करवाई। इसी दिन हरीश की लाश उनके घर के पास गेहूँ के खेत में बरामद हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या का कारण साफ नहीं हो पाया।
अगले दिन बुधवार (19 मार्च) को मृतक के भाई शंकर ने अपने भाई की हत्या की FIR दर्ज करवाई। शिकायत में शंकर ने अपनी भाभी (मृतक की पत्नी) के अवैध संबंध ठेकेदारी करने वाले रईस अहमद के साथ बताए। रईस अहमद उधमसिंह नगर के ही गाँव सिरौली कला का रहने वाला है। उसे लोग बाबू कह कर भी बुलाते हैं। शंकर के अनुसार रईस अहमद उनके भाई का पुराना दोस्त था। इसी दोस्ती के चलते वह अक्सर हरीश के घर आता रहता था।
शिकायत में आगे बताया गया है कि इसी आने-जाने के दौरान रईस अहमद का उसके साथी हरीश की पत्नी से अवैध संबंध हो गया। 15 मार्च को शंकर ने अंतिम बार अपने भाई को घर पर देखा था। 2 दिनों तक अपने पति हरीश की गुमशुदगी दबाए रखने की वजह से पारुल पर शंकर ने शक जताया था। इस शिकायत पर पुलिस ने जाँच की और बुधवार को पारुल के घर दबिश दी। यहाँ पर पुलिस को रईस अहमद भी मिल गया। दोनों को हिरासत में ले लिया गया।
पारुल और रईस अहमद से पूछताछ की गई। कुछ देर तक पुलिस को इधर-उधर की बातें कर के भटकाने के बाद आखिरकार दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पारुल ने कबूला कि उसका अपने पति हरीश से आए दिन झगड़ा होता था। इसी से छुटकारा पाने के लिए 15 मार्च को पारुल ने रईस अहमद के साथ हरीश को मार डाला। अपने ही घर पर हुई हत्या से पहले रईस ने हरीश के हाथ-पैर पकड़े और पारुल ने अपने ही पति का तकिये से गला मुँह दबा दिया।
कुछ देर छटपटाने के बाद हरीश ने दम तोड़ दिया। हत्या के बाद रईस अहमद ने हरीश की लाश पास के ही खेत में बोरे में बाँध कर फेंक दी। बाद में लाश बरामद होने के बाद उसने पुलिस के आगे फूट-फूट कर रोने का नाटक भी किया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों का मोबाइल फोन भी बरामद कर फोरेंसिक जाँच के लिए भेज दिया है। दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रही है।
लव मैरिज का दुःखद अंत
मिली जानकारी के मुताबिक पारुल और हरीश पड़ोसी थे। ये दोनों लम्बे समय तक प्रेम संबंध में बने रहे थे। हरीश के परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे। परिजनों की मर्जी के खिलाफ जा कर हरीश ने इंटर पास पारुल से साल 2016 में शादी कर ली। शादी एक मंदिर में हुई जिसमें हरीश के परिजन शामिल नहीं हुए थे। शादी के 2 साल बाद हरीश एक बेटे के पिता बने। घर का ख़र्च चलाने के लिए हरीश रईस अहमद के साथ राजमिस्त्री का काम करने लगा।
इस बीच पारुल भी सिडकुल की एक कम्पनी में जॉब करने लगी। साथ काम करने की वजह से रईस अहमद हरीश के घर आने-जाने लगा। यहीं पर पारुल और रईस की नजदीकियाँ बढ़ने लगीं। हरीश अपने घर बनवाने लगा तो थोड़े समय तक वो और पारुल रईस के घर रहे। यहीं पर हरीश को अपनी बीवी और पारुल के बीच अवैध संबंधों की भनक लग गई। हरीश अपनी बीवी को ले कर वापस अपने घर लौट आया। हालाँकि दोनों के बीच झगड़े होते रहे। इसी कारण अंत में रईस और पारुल ने मिल कर हरीश को रास्ते से हटा दिया।