बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने राजकुमारी एस्ट्रिड की भारत यात्रा को लेकर अपनी सराहना व्यक्त की और विशेष रूप से उस पहल की सराहना की जिसके तहत बेल्जियम ने 300 सदस्यीय एक विशाल आर्थिक मिशन का नेतृत्व किया।
दोनों नेताओं ने की कई अहम मुद्दों पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं तहे दिल से सराहना करता हूं कि बेल्जियम ने इस महत्वपूर्ण आर्थिक मिशन का नेतृत्व किया। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा।" उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार के मिशन भारत-बेल्जियम संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने में सहायक होंगे।
मुलाकात के दौरान, दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें व्यापार, प्रौद्योगिकी, रक्षा, कृषि, जीवन विज्ञान, नवाचार, कौशल और शैक्षणिक आदान-प्रदान प्रमुख थे। प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से भारत में इन क्षेत्रों में बेल्जियम के साथ सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन साझेदारियों के माध्यम से दोनों देशों के बीच असीमित अवसरों के द्वार खोले जा सकते हैं, जो न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी लाभकारी होंगे।
पीएम मोदी ने बेल्जियम के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया और बताया कि भारत के लिए यह क्षेत्र महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि तकनीकी और नवाचार के क्षेत्र में बेल्जियम के योगदान को स्वीकारते हुए, भारत इन क्षेत्रों में साझेदारी को प्रगाढ़ करना चाहता है।
बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड ने भी इस मुलाकात को सकारात्मक और लाभकारी बताया। उन्होंने भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए बेल्जियम के दृष्टिकोण और दृष्टि को साझा किया। इस मुलाकात के बाद, दोनों देशों के अधिकारियों ने व्यापार और निवेश के संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की दिशा में अगले कदम उठाने की योजना बनाई।