रामनगरी अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को आज एक वर्ष पूरा हो गया है। 22 जनवरी 2024 को रामलला को मंदिर में विधिवत रूप से विराजमान किया गया था, जिसे लेकर हर हिन्दू श्रद्धालु के दिल में विशेष स्थान है। इस दिन को लेकर राम भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इस विशेष अवसर पर दूर-दूर से श्रद्धालु अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
मंदिर के परिसर में एक भव्य आयोजन की योजना बनाई गई
राम मंदिर के परिसर में आज एक भव्य आयोजन की योजना बनाई गई है। श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश कर रामलला के दर्शन करेंगे, वहीं विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना, मंत्रोच्चार और कीर्तन का आयोजन किया जाएगा।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का महत्व न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यधिक बढ़ चुका है। इस आयोजन को लेकर देशभर से हजारों श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। इन श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण खासतौर पर परिवहन व्यवस्था में भी सुधार किया गया है।
राम मंदिर के पुनर्निर्माण कार्य को लेकर जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को शिलान्यास किया था, तब से ही यह मंदिर आस्था का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। मंदिर के निर्माण के बाद अब प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साथ इसकी आधिकारिक शुरुआत हुई, जो देशभर के हिंदू समाज के लिए एक ऐतिहासिक और यादगार क्षण है।
जानें भव्य मंदिर में क्या-क्या होगा खास ?
इस वर्षगांठ पर खासतौर पर मंदिर के प्रशासन की ओर से एक विशेष पूजा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न संत-महात्मा और पूजा पद्धति विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के मौके पर मंदिर में श्रद्धालुओं को विशेष रूप से राम के जीवन और उनके आदर्शों से जुड़े धार्मिक व्याख्यान भी सुनाए जाएंगे। साथ ही, भक्तों के लिए मंदिर के पास विभिन्न स्थानों पर लंगर और जलपान की भी व्यवस्था की जाएगी।
राम मंदिर का ये पुनर्निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए सिर्फ एक भव्य धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर भी बन चुका है। इस मौके पर पूरे देशभर में राम के प्रति आस्था और विश्वास की लहर एक बार फिर से मजबूत हो रही है।