असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने राज्य के ढोलाई में दो सार्वजनिक बैठकों को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस जानबूझकर बंगाली हिंदुओं को बांग्लादेशी बताकर असम के संवेदनशील माहौल में दरार पैदा करने का प्रयास कर रही है। सीएम सरमा ने कहा कि कांग्रेस इस तरह की बातें कहकर लोगों के जीवन को जोखिम में डालने का कोशिश कर रही है। हमने इन मुद्दों को सुलझाने की कोशिश की है। किंतु, कांग्रेस फिर से इन्हें भड़का रही है।
सीएम सरमा ने क्या कहा?
बीजेपी ने बंगाली हिंदुओं के समर्थन में सीएए का मुद्दा उठाया है ताकि उन्हें सुरक्षा प्रदान की जा सकें। सीएम सरमा ने कहा कि बराक घाटी 125 किलोमीटर लंबी सीमा बांग्लादेश से शेयर करती है। वहां नागरिकता एक अत्यंत संवेदनशील मुद्दा है। 1947 के विभाजन के बाद बड़ी संख्या में बंगाली हिंदू यहां आकर बसे थे। नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत नागरिकता आवेदन के लिए अब तक बहुत कम लोगों ने आवेदन किया है। किंतु, असम सरकार ने राज्य की सीमा पुलिस को आदेश दिया है कि वे धार्मिक अल्पसंख्यकों को सीधे संदर्भित न करें। उन्हें सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित करें।
भाजपा प्रत्याशी को कहा था बांग्लादेशी
हाल ही में कांग्रेस ने धालाई उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी निहार रंजन दास को बांग्लादेशी कह दिया था। जिसके बाद असम में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। सीएम सरमा ने कांग्रेस पर बंगाली हिंदुओं को खतरे में डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी राजनीतिक लाभ के लिए संवेदनशील मामलों को भड़का रही है।