भाजपा नेत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इंडिया गठबंधन पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के अनेक दल लगातार भारतीय संविधान का अपमान कर रहे हैं। स्मृति ईरानी ने धारा 370 को लेकर भी कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संविधान के धारा 370 के निरस्त होने के बाद भी इसको दोबारा वापस लाने के लिए कांग्रेस गठबंधन के द्वारा जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में प्रस्ताव पास करना देश को तोड़ने की मानसिकता दिखाता है। स्मृति ईरानी ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि यह प्रस्ताव देश की एकता के विरुद्ध है। इस धारा की समाप्ति के बाद जम्मू-कश्मीर में विकास की एक नई धारा बही है। महिलाओं और आदिवासियों के जीवन स्तर में वृद्धि हुई है। किंतु, धारा 370 को वापस लाने की बात करना महिलाओं के भी विरुद्ध है।
स्मृति ईरानी ने क्या कहा?
स्मृति ईरानी ने कहा कि इस धारा के निरस्त होने से जम्मू-कश्मीर के दलितों और आदिवासियों को आरक्षण सहित अनेक अधिकार मिले हैं। किंतु, इस वापस लाने की इंडिया गठबंधन की सोच दलितों और आदिवासियों के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रस्ताव में आम जनों को जो अधिकार देने की बात कही है, वे पहले ही जम्मू-कश्मीर के लोगों को दी जा चुकी हैं। इसके बाद भी इस तरह का प्रस्ताव लाना विकास के एजेंडे को भ्रमित करने का प्रयास है। भाजपा ने विपक्ष के इंडिया गठबंधन के नेताओं को महाराष्ट्र और झारखंड में भी इस मुद्दे को उठाने की चुनौती दी है।
आगामी विधानसभा चुनाव पर भी होगा असर
इस मसले का झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। क्योंकि इन राज्यों में आदिवासियों की बड़ी संख्या रहती है। झारखंड में बीजेपी और जेएमएम लगातार आदिवासी समुदाय पर दांव लगाए हुए हैं।