बीजेपी नेता चंपई सोरेन ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो हमेशा से ही आदिवासियों की विरोधी रही हैं। सोरेन ने आगे कहा कि झारखंड आंदोलन के वक्त दर्जनों बार गोली चलवा कर, आंदोलन को कुचलने का दुस्साहस करने वाली कांग्रेस तो हमेशा से ही आदिवासियों और झारखंड की विरोधी थी। कांग्रेस ने ही 1961 में जनगणना से आदिवासी धर्म कोड हटाया था।
चंपई सोरेन ने क्या कहा?
चंपई सोरेन ने कहा कि जिन लोगों ने हमारे द्वारा फाइनल किए गए पेशा कानून को रोका, प्राथमिक विद्यालयों में जनजातीय भाषाओं में पढ़ाई के हमारे कोशिशों पर कुंडली मार कर बैठ गए और युवाओं को सड़कों पर आने को मजबूर किया, उनका हिसाब राज्य की जनता करेगी। झारखंड से इस आदिवासी विरोधी सरकार की विदाई की उलटी गिनती जारी है। बस दो सप्ताह और।
हेमंत सोरेन पर भी साधा निशाना
हेमंत सोरेन पर हमला बोलते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि आदिवासियों की हितैषी होने का दंभ भरने वाली जेएमएम सरकार हाईकोर्ट में झूठा ऐफिडेविट फाइल कर सच को नकार रही है। जब उच्च न्यायालय ने इस मामले की जांच के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित करने का निर्देश दिया तो ये लोग उसके विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट चले गए। सोरेन ने कहा कि इसी से पता चलता है कि इनकी प्राथमिकता आदिवासियों को नहीं, बल्कि घुसपैठियों को बचाना है। कई तरह की आपराधिक गतिविधियों में लिप्त इन घुसपैठियों ने संथाल परगना को देश का क्राइम कैपिटल बना दिया है। सनद रहे कि जामताड़ा और साहिबगंज में देश भर की पुलिश नशे के सौदागरों, सोने के तस्करों और साइबर अपराधियों की तलाश में आए दिन छापेमारी करती रहती है।