बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी द्वारा आत्महत्या की खबर से बिहार के समस्तीपुर के पूसा रोड बाजार में सन्नाटा पसर गया है। उनके परिवार ने बताया कि शादी के बाद से ही अतुल खुश नहीं थे। अतुल मोदी की शादी 26 अप्रैल 2019 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर की निकिता सिंघानिया से बनारस के होटल हिंदुस्तान इंटरनेशनल में हुई थी। निकिता भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर थीं। शादी के बाद अतुल और निकिता सिर्फ एक दिन के लिए ही समस्तीपुर स्थित घर आए और फिर 28 अप्रैल को बेंगलुरु लौट गए।
दांपत्य जीवन में कलह
शादी के बाद से ही दोनों का रिश्ता अच्छा नहीं रहा। पारिवारिक विवाद और मुकदमों के चलते अतुल मानसिक तनाव में रहने लगे। आखिरकार, उन्होंने अपनी जान दे दी। 9 दिसंबर की रात अतुल के पिता पवन मोदी को बेटे की आत्महत्या की सूचना मिली। 10 दिसंबर को पवन मोदी, उनकी पत्नी अंजू मोदी और अन्य परिजन बेंगलुरु पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिवार को सौंप दिया, और वहीं अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पिता का आरोप और न्याय की मांग
पवन मोदी ने फोन पर बताया कि उनके बेटे को ससुराल वालों ने इतना परेशान किया कि उसे आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। उन्होंने न्याय की गुहार लगाई और कहा कि उनका बेटा निर्दोष था। पवन मोदी मूल रूप से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रहने वाले हैं। बचपन में माता-पिता के निधन के बाद रिश्ते के भाई निरंजन मोदी ने उन्हें पूसा रोड बुलाकर सहारा दिया। यहीं पर उन्होंने अपना जीवन संवार लिया।
अस्थियां लेकर लौट रहा परिवार
पवन मोदी के दो बेटे हैं- अतुल सुभाष मोदी और विकास मोदी। अतुल बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे, जबकि छोटे भाई विकास चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। अतुल ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई समस्तीपुर के गोल्डन पब्लिक स्कूल से की और बाद में सीपीएस स्कूल, पूसा में दसवीं तक पढ़ाई की। स्कूल के प्राचार्य के अनुसार, अतुल एक मेधावी छात्र थे।
परिवार बेंगलुरु से अतुल की अस्थियां लेकर समस्तीपुर लौट रहा है। इस घटना ने पूरे परिवार को गहरे दुःख में डाल दिया है, और वे न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।