आज शुक्र प्रदोष व्रत है. यदि त्रयोदशी तिथि शुक्रवार के दिन पड़ती है तो इसे शुक्र प्रदोष कहा जाता है। इस दिन प्रदोष काल में महादेव और शुक्र ग्रह की पूजा की जाती है। इस दिन भगवान शिव और शुक्र की पूजा करने से सौभाग्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन भगवान शिव और शुक्र ग्रह की पूजा करने से लंबी उम्र का वरदान भी मिलता है। अगर शादी में देरी हो रही है तो शुक्र प्रदोष का दिन उनके लिए खास होता है। इस दिन विशेष प्रयोग करके विवाह में आ रही रुकावटों को दूर किया जा सकता है।
शुक्र प्रदोष की पूजन विधि
शुक्र प्रदोष के दिन सूर्योदय से पहले उठें। नहाने के बाद हल्के सफेद या गुलाबी रंग के कपड़े पहनें। पूरे दिन मन ही मन भगवान शिव के मंत्र 'ओम नमः शिवाय' का जाप करें। निराहार रहें या जलीय आहार भी लें। शाम के समय प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करें।भगवान शिव को दूध, दही, घी, शहद और चीनी से स्नान कराएं। इसके बाद शुद्ध जल से स्नान करके रोली, मौली, चावल और धूपबत्ती से पूजा करें। भगवान शिव को साबूत चावल की खीर और फलों का भोग लगाएं। फिर उसी आसन पर बैठकर 'ओम नमः शिवाय' मंत्र या पंचाक्षरी स्तोत्र का 5 बार पाठ करें।
महाउपाय
दांपत्य जीवन रहेगा खुशहाल
शुक्र प्रदोष के दिन 27 लाल गुलाब के फूल एक लाल धागे में पिरो लें। इसे पति-पत्नी मिलकर भगवान शिव को अर्पित करें। ऐसा करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। जिस पुरुष की शादी में दिक्कत आ रही हो उसे भी यह उपाय आजमाना चाहिए।
विवाह और रोग की चिंता से मुक्ति
शुक्र प्रदोष के दिन शाम के समय भगवान शिव को कच्चे दूध से स्नान कराएं। गुलाब का इत्र अर्पित करें। इससे विवाह की चिंता और परेशानियां खत्म हो जाएंगी। जिस किसी को भी शुक्र से संबंधित कोई रोग हो उसे भी यह उपाय आजमाना चाहिए।
घर में अन्न-धन का लगेगा भंडार
शुक्र प्रदोष के दिन शाम के समय भगवान शिव को सफेद चंदन का लेप लगाएं। भगवान शिव के सामने बैठकर ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। घर में अन्न और धन की बरकत बनी रहे इसके लिए भी उपाय करें।