रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा मंत्रालय (MoD) की सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन 17 दिसंबर, 2024 को नई दिल्ली में हुआ। इस बैठक में प्रमुख रूप से पुराने ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (OFB) की कॉर्पोरेटाइजेशन के बाद गठित किए गए नए डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (DPSUs) के कार्य और भूमिकाओं पर चर्चा की गई।
नई DPSUs की प्रगति और योगदान पर चर्चा
बैठक में समिति के सदस्य और अधिकारियों को नई DPSUs के वित्तीय आंकड़े, आधुनिकीकरण, पूंजी व्यय, निर्यात, नए उत्पादों के विकास और चल रहे अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। रक्षा मंत्री ने इन नई DPSUs द्वारा महत्वपूर्ण उत्पादों के स्वदेशीकरण, उत्पादन सुविधाओं के आधुनिकीकरण और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (MSMEs) को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना की।
DPSUs में सुधार और प्रगति की सराहना
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि कॉर्पोरेटाइजेशन के बाद नई DPSUs ने उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार दिखाया है। उन्होंने बताया कि इन DPSUs की बिक्री और लाभ में बहुत कम समय में अच्छा प्रगति देखने को मिली है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आश्वस्त किया कि नई DPSUs आधुनिकीकरण और स्वदेशीकरण की दिशा में कार्य करते हुए गुणवत्ता, कारोबार, लाभ और अन्य वित्तीय मानकों में नई ऊंचाइयों को छुएंगी। उन्होंने कहा, "हमारी नई DPSUs भारत को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर' बनाएंगी।"
HR संबंधित मुद्दों पर समाधान की बात
कुछ समिति सदस्यों ने नई DPSUs में HR से संबंधित मुद्दों को उठाया। इस पर रक्षा मंत्री ने आश्वस्त किया कि DPSUs के कॉर्पोरेटाइजेशन से उत्पन्न होने वाले सभी मुद्दों को सभी संबंधित पक्षों से परामर्श करके उचित तरीके से हल किया जा रहा है। उन्होंने समिति के सुझावों की सराहना की और कहा कि इन्हें लागू करने के लिए जांच की जाएगी।
बैठक में शामिल वरिष्ठ अधिकारी
बैठक में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, रक्षा प्रमुख जनरल अनिल चौहान, रक्षा उत्पादन सचिव संजीव कुमार और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।