राज्यसभा में नेता सदन जगत प्रकाश नड्डा ने आज यानी मंगलवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बार-बार अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग कर राज्यों की चुनी हुई सरकारों को गिराया। इसी इतिहास के मद्देनजर मौजूदा सरकार ने 'एक देश, एक चुनाव' बिल लाने का निर्णय लिया है।
संविधान पर हो रही चर्चा के दूसरे दिन नड्डा ने कांग्रेस पर संविधान की भावना बदलने और उसे अपनी सुविधा के अनुसार लिखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "1967 तक देश में एक साथ चुनाव होते थे, लेकिन कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए इसे तोड़ा। अब सरकार देश में फिर से एक चुनाव प्रणाली लाने की दिशा में कदम उठा रही है।"
अनुच्छेद 356 के दुरुपयोग का मुद्दा
नड्डा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, "आपने अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल कर बार-बार राज्यों की सरकारों को गिराया और चुनाव प्रक्रिया को जटिल बनाया।" उन्होंने जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और मनमोहन सिंह का उल्लेख करते हुए बताया कि कांग्रेस सरकारों ने कुल 90 बार इस अनुच्छेद का दुरुपयोग किया।
आपातकाल का जिक्र
नड्डा ने 1975 में इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा, "क्या देश पर कोई खतरा था कि इमरजेंसी लगाई गई? नहीं, ये सिर्फ सत्ता बचाने का प्रयास था।" उन्होंने कांग्रेस को चुनौती दी कि यदि पार्टी को अपनी गलतियों पर वास्तव में पछतावा है, तो 25 जून 2025 को 'लोकतंत्र विरोध दिवस' में शामिल हों।
संविधान की प्रस्तावना में बदलाव पर सवाल
नड्डा ने कांग्रेस पर संविधान की प्रस्तावना में छेड़छाड़ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "आपने प्रस्तावना में 'पंथनिरपेक्ष' और 'समाजवाद' शब्द जोड़ दिए, जबकि डॉ. अंबेडकर ने पहले ही संविधान को पूरी तरह पंथनिरपेक्ष बनाया था।"
अनुच्छेद 35ए का मुद्दा
नड्डा ने अनुच्छेद 35ए को कांग्रेस की एक बड़ी गलती बताते हुए कहा, "इसकी वजह से जम्मू-कश्मीर में कई जरूरी कानून लागू नहीं हो सके। यहां तक कि पीओके से आए लोगों को वोट देने और चुनाव लड़ने का अधिकार भी नहीं मिला।"
आपातकाल और लोकतंत्र की बहाली
आपातकाल की चर्चा करते हुए नड्डा ने कहा कि 1975 में इंदिरा गांधी की सरकार ने पूरे देश को अंधकार में धकेल दिया। यह आपातकाल मार्च 1977 तक जारी रहा। मोदी सरकार ने इस दिन को 'संविधान हत्या दिवस' घोषित किया।
एक देश, एक चुनाव की आवश्यकता
नड्डा ने अंत में 'एक देश, एक चुनाव' की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यह देश में स्थिरता और विकास के लिए जरूरी है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यों की वजह से ही आज यह कदम उठाना पड़ा है।